पाकिस्तान ने 1996 के बाद से कभी भी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं की है और 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर आतंकवादी हमले के कारण उनका आयोजन ख़राब हो गया था। हालांकि, पाकिस्तान ने 10 साल के अंतराल के बाद अपनी पहली घरेलू सीरीज श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। वहीं पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी के अधिकार हासिल करने में कामयाब रहा, लेकिन इस टूर्नामेंट में भारत हिस्सा लेगा या नहीं उसपर सवालिया निशान बना हुआ है।
पिछले एक दशक से लंबे समय तक भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है, दिनों टीमें सिर्फ ICC टूर्नामेंट में आमने-सामने होती हैं। 2013 के बाद से, भारत ने कभी भी पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है, और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए रुख संभावित रूप से वही रहेगा। यहां तक कि बीसीसीआई ने भी दौरे को हरी झंडी नहीं दी है और भारत सरकार भी अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान भेजने के लिए उत्सुक नहीं है।
कुछ समय पहले हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से राजीव शुक्ल ने कहा कि, “चैंपियंस ट्रॉफी के मामले में, हम वही करेंगे जो भारत सरकार हमें करने के लिए कहेगी। हम अपनी टीम तभी भेजते हैं जब भारत सरकार हमें इसकी अनुमति देती है।’ इसलिए हम भारत सरकार के फैसले के अनुसार चलेंगे।” अब सभी के मन में एक सवाल है कि अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी से हट जाता है तो क्या होगा।
अगर भारत हुआ चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर तो क्या होगा??
अगर टीम इंडिया पड़ोसी देश की यात्रा न करने पर अड़ी रही और आईसीसी किसी न्यूट्रल वेन्यू पर मैच करवाने की अनुमति नहीं देती है, तो भारत की जगह श्रीलंका इस टूर्नामेंट में खेलेगा।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 आठ टीमों के बीच 50 ओवर की प्रतियोगिता है, और टीमों का चयन हाल ही में समाप्त हुए वर्ल्ड कप 2023 में उनकी पोजीशन के आधार पर किया जाता है। श्रीलंका नौवें स्थान पर होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गया और यदि भारत बाहर हो जाता है तो उस स्थिति में श्रीलंका क्वालीफाई कर जाएगी।