इंडिया ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच मैके में खेले गए पहले अनऑफिशियल टेस्ट मैच में मेजबान टीम ने बाजी बारी। इस मैच मैच के आखिरी दिन की सुबह इंडिया ए और खासकर टीम के विकेटकीपर ईशान किशन एक बड़े विवाद में फंस गए। दरअसल इंडिया ए की टीम पर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा है। इस मैच के आखिरी दिन की सुबह बॉल चेंज कॉन्ट्रोवर्सी देखने को मिली।
इस विवाद में ईशान किशन आगे आए और वे अंपायर से बहस करने लगे। यहां तक कि उन्होंने अंपायर के गेंद चेंज करने के फैसले को बेवकूफी भरा बताया। अंपायर को यह कहते हुए सुना गया कि खरोंच के कारण गेंद को बदल दिया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दिन की पहली गेंद से पहले भारतीय खिलाड़ियों के एक ग्रुप और अंपायर शॉन क्रेग के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें विकेटकीपर ईशान किशन ने गेंद बदलने के फैसले को “बेवकूफी भरा” करार देते हुए खुद को मुश्किल में पाया।
स्टंप माइक पर रिकॉर्ड हुई ईशान किशन और अंपायर की आवाज
फॉक्स क्रिकेट पर स्टंप माइक्रोफोन द्वारा रिकॉर्ड किए गए ऑडियो में यह कहते सुना गया कि, गेंद को क्यों बदला गया, यह बताते हुए क्रेग ने कहा: “इस पर खरोंच हैं, हम गेंद बदलते हैं…अब और चर्चा नहीं, चलो खेलते हैं।” किशन ने जवाब दिया: “तो हम इस गेंद से खेलने जा रहे हैं…यह बहुत ही बेवकूफी भरा फैसला है।”
क्रेग ने जवाब दिया: “माफ कीजिए, असहमति के लिए आपके खिलाफ रिपोर्ट होगे। यह अनुचित व्यवहार है। आपके कार्यों के कारण हमने गेंद बदली।” हालांकि, उल्लेखनीय रूप से, ऑस्ट्रेलिया ए को पांच पेनल्टी रन नहीं दिए गए, जैसा कि नियम 41.3.4 में कहा गया है, जब अंपायर मानते हैं कि गेंद को “अनुचित तरीके से बदला गया है।” हालांकि, सवाल यही है कि जब इसका कोई प्रमाण नहीं था तो फिर गेंद को इस तरह से बदला क्यों गया।
नियमों के मुताबिक, “यदि अंपायरों को लगता है कि गेंद की स्थिति में किसी भी टीम के सदस्य या सदस्यों द्वारा अनुचित तरीके से बदलाव किया गया है, तो उन्हें विरोधी पक्ष के कप्तान से पूछना चाहिए कि क्या वह गेंद को बदलना चाहेंगे। यदि आवश्यक हो, तो बल्लेबाजी करने वाले पक्ष के मामले में, विकेट पर मौजूद बल्लेबाज अपने कप्तान की जगह ले सकते हैं।