
भारतीय क्रिकेट टीम में नंबर पांच की पोजिशन पर खुद को स्थापित करने के बाद, और साल 2020 से भारतीय क्रिकेट टीम की वनडे टीम की विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने के बाद भी केएल राहुल को अक्सर अपने आप को साबित करना पड़ता है।
तो वहीं, जारी चैंपियंस ट्राॅफी में बाएं-दाएं हाथ के संयोजन की वजह से, अक्षर पटेल को अक्सर केएल राहुल से ऊपर बल्लेबाजी करने भेजा जा रहा है। जैसे टीम में रोहित और विराट कोहली का बल्लेबाजी क्रम फिक्स है, वैसे राहुल के साथ नहीं है।
साथ ही जब चैंपियंस ट्राॅफी के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत 265 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी, तो केएल राहुल ने शुरू में आकर पारी को संभाला, और फिर 19वें ओवर की पहली गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल के खिलाफ छक्का लगाकर टीम इंडिया को मैच जिता दिया।
मुकाबले में राहुल ने 34 गेंदों में 2 चौके और 2 छक्कों की मदद से 42* रनों मैच विनिंग नाबाद पारी खेली। तो वहीं, अब टीम इंडिया में लगातार मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी क्रम में फेर-बदल को लेकर राहुल ने अपना पक्ष रखा है।
केएल राहुल ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के बाद, पोस्ट मैच के दौरान केएल राहुल ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा- मेरा मतलब है कि मैं झूठ नहीं बोलूंगा, हां मुझे टाॅप ऑर्डर में बल्लेबाजी करना अच्छा लगता है। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी की शुरुआत करने और ऑस्ट्रेलिया में उस आक्रमण का सामना करने के बाद, आप जानते हैं कि लाल गेंद क्रिकेट कितना कठिन है।
मैंने वहां बल्लेबाजी की शुरुआत की और फिर यहां आकर नीचे बल्लेबाजी करना थोड़ा अलग लगता है, लेकिन पिछले चार-पांच सालों में मैंने इसी तरह से सफेद गेंद वाली क्रिकेट खेली है।
राहुल ने आगे कहा- इसलिए, मुझे बल्लेबाजी क्रम में ऊपर-नीचे जाने की आदत है। मैं मध्यक्रम में खेलने का मौका पाकर खुश हूं और मुझे जो भी भूमिका दी जाती है, मुझे लगता है कि इससे मुझे अपने खेल को और अधिक समझने में मदद मिली है। मुझे पिछले एक साल में बाउंड्री मारने पर अधिक काम करना पड़ा है।
क्योंकि श्रीलंका में हमने जो आखिरी वनडे खेला था, उसमें मैंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी की थी, इसलिए मुझे पता था कि मैं वहीं बल्लेबाजी करूंगा और हमें शीर्ष क्रम में एक बाएं हाथ के बल्लेबाज की जरूरत थी। लेकिन कभी-कभी मैं वहां बैठकर सोचता हूं कि मैं और क्या कर सकता हूं।