ट्रिब्यूनल ने BCCI-BYJU’s की 158 करोड़ रुपये की निपटारे की अपील को मंजूरी दी
मंजूरी मिलने के बाद बोर्ड अपने बकाया पैसे मिलने को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत हो सकता है।
अद्यतन – अगस्त 3, 2024 5:09 अपराह्न
2 अगस्त को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और बायजू (BYJU’s) के बीच चल रहे बकाया स्पाॅन्सरशिप राशि को लेकर, एक अभूतपूर्व फैसला सामने आया है। गौरतलब है कि एडटेक दिग्गज बायजू भारतीय क्रिकेट टीम का बीते समय में प्राइम स्पाॅन्सर रहा था।
तो वहीं बीसीसीआई द्वारा नेशनल लाॅ कंपनी अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) में दायर एक याचिका के अनुसार स्पाॅन्सरशिप की करीब 158 करोड़ रुपए, बोर्ड का कंपनी पर बकाया था। लेकिन अब 2 अगस्त को आए NCLAT के एक फैसले में बीसीसीआई के बकाया राशि के निपटारे को मंजूरी दे दी गई है। ट्रिब्यूनल के इस फैसले के बाद BCCI अपने बकाया राशि के मिलने को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत हो सकता है।
हालांकि, इस बकाया राशि को बायजू के फाउंडर बायजू रवींद्रन अपने भाई रीजू की मदद से देने वाले हैं, लेकिन उन्होंने एपेक्स क्रिकेट बोर्ड के सामने एक शर्त रखी है कि कंपनी के खिलाफ जारी दिवालिया (डिफाॅल्टर) को प्रक्रिया को तुरंत रोक दिया जाए। तो वहीं कंपनी की इस मांग को भी ट्रिब्यूनल ने मान लिया है। इस फैसले के बाद उम्मीद है कि अंतरिम रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल (IRP) अब BYJU के संचालन में हस्तक्षेप नहीं करेगा।
दूसरी ओर, बार एंड बैंच की रिपोर्ट्स की माने तो इस निपटारे के फैसले का BYJU के लेनदारों में से एक और एक अमेरिकी फर्म GLAS ट्रस्ट कंपनी LLC द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस कंपनी का मानना है कि बायजू चोरी किए गए पैसे से यह निपटारा कर रही है।
केंद्रीय मंत्रालय ने BCCI से मैचों के दौरान तंबाकू के विज्ञापन रोकने को कहा
गौरतलब है कि हाल में ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीसीसीआई को उन विज्ञापन ब्रांडों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा जिसमें तंबाकू और तंबाकू उत्पादों को बढ़ावा देना शामिल है। मंत्रालय ने कड़े शब्दों में बोर्ड से कहा ब्राॅडकास्टिंग और लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान ऐसे किसी भी विज्ञापन को ब्रेक के दौरान ना दिखाया जाए। साथ ही स्टेडियम में मौजूद होर्डिंग में भी इस तरह विज्ञापन ना शामिल किए जाएं।