जसप्रीत बुमराह की गिनती भारत में नहीं बल्कि दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में की जाती है। उन्होंने अपने कप्तान रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की है। बुमराह ने बताया कि, कैसे रोहित ने आईपीएल में उनकी कप्तानी में उन्हें एक बेहतर गेंदबाज बनने में मदद की। करियर की शुरुआत में बुमराह को फील्डिंग लगाना नहीं आता था। उन्होंने बताया कि फील्डिंग सेट करने में भी रोहित शर्मा उनकी मदद किया करते थे।
रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर जसप्रीत बुमराह ने दिया बड़ा बयान
जसप्रीत बुमराह ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में बताया कि जब वो आईपीएल खेलने के लिए आए थे, तो उन्हें ज्यादा कुछ पता नहीं था। बुमराह ने कहा, ‘जब मैं क्रिकेट में आया तो मुझे बहुत कुछ नहीं पता था। जब मैंने आईपीएल में भी खेलना शुरू किया, तो मैं रोहित से जाकर कहता था कि आप फील्ड सेट करो, मुझे नहीं पता कि गेंद कहां जाएगी, मैं यह गेंद फेंकने जा रहा हूं। आप फील्ड सेट करो और मुझे आप पर भरोसा है। आपको जो सही लगे, आप फील्ड सेट करो।’
जसप्रीत बुमराह ने बताया कि कैसे उन्होंने धीरे-धीरे खुद से फील्डिंग सेट करना सीखी और खुद को एक बेहतर गेंदबाज बनाया। बुमराह ने यह भी बताया कि रोहित के साथ उनका रिश्ता कितना मजबूत है। आईपीएल और भारतीय टीम में साथ खेलते हुए उनकी आपसी समझ कितनी बढ़ी है। बुमराह ने 2013 में आईपीएल डेब्यू किया था। उसी सीजन रोहित मुंबई इंडियंस के कप्तान बने थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में भी बुमराह का सबसे अच्छा रिकॉर्ड रोहित की कप्तानी में ही है।
तेज गेंदबाज ने कहा कि, “रोहित शर्मा से सीखने के लिए बहुत कुछ है, वह एक कप्तान के रूप में कैसे विकसित हुए हैं – उन्होंने गलतियों से सीखा है, प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं, वह कठोर नहीं हैं, हर किसी को सुनते हैं और अंत में उसे फ़िल्टर करते हैं – मैं आभारी हूं और विशेषाधिकार प्राप्त हूं लंबे समय तक उनकी कप्तानी में खेलने का मौका मिला।”
बुमराह ने टी-20 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्हें श्रीलंका दौरे से आराम दिया गया है। इस टूर्नामेंट में बुमराह ने सबसे ज्यादा 15 विकेट लिए थे और उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया था। बुमराह का प्रदर्शन इस बात का सबूत है कि वो दुनिया के बेस्ट गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में सिर्फ 4.17 की इकॉनमी से रन दिए थे।