
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ अपनी टीम की दो रन से मिली हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें तनावपूर्ण मैच के दौरान दबाव कम करने के लिए कुछ और शॉट खेलने चाहिए थे। अंतिम गेंद पर CSK को सिर्फ चार रन चाहिए थे, लेकिन टीम को वहां हार का सामना करना पड़ा।
17 वर्षीय आयुष म्हात्रे, जिन्होंने 48 गेंदों पर शानदार 94 रन बनाए, और रवींद्र जडेजा के 45 गेंदों पर नाबाद 77 रन की शानदार पारी टीम को जीत नहीं दिला सकी। जडेजा और म्हात्रे तीसरे विकेट के लिए चेन्नई को सिर्फ 64 गेंदों पर 114 रनों की उनकी साझेदारी ने CSK को 214 के रन चेज में बनाए रखा। धोनी ने आरसीबी के खिलाफ 8 गेंदों पर 1 छक्के की मदद से 12 रन बनाए।
एमएस धोनी ने हार के बाद दिया बड़ा बयान
हालांकि इस रनचेज में शानदार प्रदर्शन करने वाले आयुष म्हात्रे और रोमारियो शेफर्ड की धोनी ने जमकर तारीफ की है। एमएस धोनी ने मैच के बाद कहा, “लक्ष्य हासिल ना कर पाने की जिम्मेदारी मैं अपने ऊपर लेता हूं, जब मैं अंदर गया, और जीतनी गेंदों पर जीतने रन चाहिए थे, तो मुझे कुछ और बड़े शॉट्स खेलकर दबाव कम करना चाहिए था। शेफर्ड ने डेथ ओवर में उम्दा बल्लेबाजी की, हम हर तरह का प्रयास कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद वो हर गेंद पर प्रहार कर रहा था।”
गेंदबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि, हमें गेंदबाजी में यॉर्कर को सटीक लेंथ पर डालने का अभ्यास करना होगा और यह एक ऐसा पक्ष है जहां हमें सुधार करने की जरूरत है। अगर यॉर्कर नहीं डाल पा रहे हैं तो जैसा कि पथिराना करते हैं, शॉर्ट गेंद डालने पर भी विचार किया जा सकता है।
RCB vs CSK मैच का हाल
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 213 रन बोर्ड पर लगाए। बेंगलुरु की तरफ से विराट कोहली, जैकब बैथल और रोमरियो शेफर्ड ने अर्धशतक लगाया। इस स्कोर का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आयुष म्हात्रे ने 94 तो रवींद्र जडेजा ने नाबाद 77 रनों की पारी खेली। मगर यह दोनों टीम को जीत नहीं दिला सके। लुंगी एनगिडी 3 विकेट के साथ आरसीबी के सबसे सफल गेंदबाज रहे।