यशस्वी जायसवाल के विवादित आउट के फैसले से नाखुश हैं सुनील गावस्कर, थर्ड अंपायर को जमकर लगाई फटकार
टीम इंडिया की ओर से बेहतरीन सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 8 चौके की मदद से 84 रन बनाए।
अद्यतन – दिसम्बर 30, 2024 2:03 अपराह्न
मेलबर्न में खेले गए चौथे टेस्ट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 184 रन से मात दी। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के खिलाफ 5 मैच की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।
इस मैच में टीम इंडिया की ओर से बेहतरीन सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 8 चौके की मदद से 84 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल इस मैच में काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन महत्वपूर्ण समय पर वो आउट हो गए। बता दें कि, पैट कमिंस की एक साधारण गेंद पर यशस्वी जायसवाल ने बड़ा शॉट खेलने चाहा लेकिन गेंद उनके ग्लव से लगकर विकेटकीपर एलेक्स कैरी के पास गई जहां उन्होंने कैच को अच्छी तरह से पूरा किया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने यशस्वी के आउट को लेकर अपील की लेकिन फिर अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया। इसके तुरंत बाद पैट कमिंस ने रिव्यू मांगा। थर्ड अंपायर ने जब रिप्ले देखा तो पता चला की गेंद ग्लव से लगकर विकेटकीपर के पास गई है लेकिन Snicko में कुछ भी नहीं दिख रहा है। हालांकि ग्लव में लगकर गेंद में हुई हरकत की वजह से थर्ड अंपायर ने यशस्वी जायसवाल को आउट करार दिया।
टीम इंडिया के तमाम खिलाड़ी तीसरे अंपायर के इस फैसले से निराश दिखे। खुद यशस्वी को फील्ड अंपायर से इस चीज को लेकर काफी देर तक बातचीत करते हुए देखा गया। हालांकि पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने थर्ड अंपायर के इस फैसले को लेकर अपना पक्ष रखा है।
हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं?: सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा कि, ‘अगर यहां डिफ्लेक्शन है भी या नहीं भी है यह ऑप्टिकल इल्यूजन हो सकता है। आखिर हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? Snicko में फ्लैट लाइन देखने को मिली है। हालांकि इसके बावजूद थर्ड अंपायर ने यशस्वी को आउट करार दिया। यह ऑप्टिकल इल्यूजन हो सकता है। हालांकि आप इसको लेकर फैसला ना ले।
अगर हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो रिजल्ट भी उसी के तहत आना चाहिए। Snicko में नजर कुछ और आया था और फैसला काफी अलग था। अगर आपके पास सबूत है तो टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल वैसे ही किया जाना चाहिए। मैं थर्ड अंपायर के इस फैसले से नाखुश हूं।’