जसप्रीत बुमराह ने भारतीय क्रिकेट के अब तक के तीन सर्वश्रेष्ठ कप्तानों के अंडर में खेला है। अगर वह एमएस धोनी की कप्तानी में विकसित हुए, तो विराट कोहली ने उन्हें अपने काम के प्रति जुनूनी बनाया और रोहित शर्मा ने उन्हें आजादी दी। लेकिन इसी बीच जब उनसे पूछा गया कि उन तीनों में से फेवरेट कप्तान कौन हैं, तो उन्होंने मजाकिया जवाब दिया। उन्होंने कहा वो तीनों महान कप्तान हैं, लेकिन मैं अपना नाम लूंगा – मैं अपना पसंदीदा कप्तान हूं।”
द इंडियन एक्सप्रेस के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में, बुमराह ने उन कप्तानों पर अपनी राय साझा की जिनके अंडर में उन्होंने खेला है। इसके साथ ही उन्होंने तीनों की खासियत बताई। 30 वर्षीय तेज गेंदबाज ने अब तक केवल 36 टेस्ट खेले हैं और अभी तक वनडे और T20I में 100 मैचों का आंकड़ा नहीं छू सके हैं। हालांकि कोविड और उनके लगातार चोटिल रहना भी इसकी एक वजह हो सकती है।
धोनी , विराट और रोहित की कप्तानी को लेकर जसप्रीत बुमराह ने दिया बयान
बुमराह ने अपनी सीख का श्रेय उन सभी कप्तानों को दिया, जिनके नेतृत्व में उन्होंने टीम में खेला। तेज गेंदबाज ने कहा कि, “रोहित उन कुछ कप्तानों में से एक हैं जो एक बल्लेबाज होने के बावजूद गेंदबाजों के प्रति सहानुभूति रखते हैं। वह खिलाड़ियों की भावनाओं को समझते हैं और जानते हैं कि एक खिलाड़ी किस दौर से गुजर रहा है। रोहित कठोर नहीं हैं, वह प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं।”
बुमराह ने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में वनडे में धोनी के अंडर में डेब्यू किया। तेज गेंदबाज को IPL में शानदार करने के लिए उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली। उन्होंने कहा, ”एमएस (धोनी) ने मुझे तुरंत काफी सुरक्षा दे दी,” उन्होंने कहा कि इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पैर जमाने में मदद मिली। उन्हें अपनी प्रवृत्ति पर बहुत भरोसा है, और वह बहुत अधिक योजना बनाने में विश्वास नहीं करता है।”
कप्तान के रूप में कोहली के बारे में बात करते हुए, बुमराह ने फिटनेस पर बहुत अधिक जोर देने का श्रेय उन्हें दिया। उन्होंने कहा कि कोहली कुछ मायनों में टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि रोहित इस साल की शुरुआत में वर्ल्ड कप के बाद T20I से संन्यास लेने से पहले सभी प्रारूपों के नामित कप्तान थे।
बुमराह ने कहा, “विराट ऊर्जा से प्रेरित हैं, भावुक हैं। उन्होंने हमें फिटनेस के मामले में आगे बढ़ाया और इस तरह से कहानी बदल दी। अब विराट कप्तान नहीं हैं, लेकिन वह अभी भी एक लीडर हैं। कप्तानी एक पद है, लेकिन एक टीम को 11 लोग चलाते हैं।”