This content has been archived. It may no longer be relevant
श्रीलंका के पूर्व सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या वनडे क्रिकेट में इस्तेमाल की जाने वाली दो नई गेंदों पर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने जो हाल ही में राय दी थी उससे वो सहमत हैं। वकार यकीनन दुनिया के सबसे बेहतरीन रिवर्स स्विंग में से एक थे। हालांकि जिस तरह से आधुनिक वनडे क्रिकेट में रिवर्स स्विंग गायब हुई है, उससे वह निराश हैं।
वकार यूनिस का मानना है कि, जब से 50 ओवर के प्रारूप में दो नई गेंदों का उपयोग किया गया है, पारी के अंत में प्रत्येक गेंद 25 ओवर पुरानी हो जाती है, जो रिवर्स स्विंग पैदा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
वकार ने हाल ही में अपने पोस्ट में लिखा था कि, “वनडे क्रिकेट बैटर्स के मुफीद है। आईसीसी से आग्रह करता हूं कि पारी की शुरुआत 2 नई गेंदों से कराए। 30 ओवर के बाद एक गेंद को हटा लें। दूसरी गेंद से खेल को जारी रखें। आखिरी में वह गेंद 35 ओवर ही पुरानी होगी और हमें पारी के आखिरी में कुछ रिवर्स स्विंग (Reverse Swing) देखने को मिलेगी। प्लीज, रिवर्स स्विंग की कला को बचा लिजिए।”
सचिन तेंदुलकर को लेकर सनथ जयसूर्या ने दिया बड़ा बयान
इसी बीच सनथ जयसूर्या ने दावा किया कि अगर सचिन तेंदुलकर ने आधुनिक युग में बल्लेबाजी की होती तो वनडे में उनके रन और शतकों की संख्या दोगुनी होती। उन्होंने कहा कि, “मैं वकार यूनिस से सहमत हूं कि कुछ बदलाव करने होंगे। अगर सचिन तेंदुलकर को हमारे युग में मौजूदा पावर प्ले नियमों के तहत दो गेंदों से बल्लेबाजी करने का विशेषाधिकार मिलता, तो उनके रन और शतक दोगुने हो गए होते।”
ऑस्ट्रेलिया के स्टार तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क का भी मानना है कि वनडे क्रिकेट में सिर्फ एक गेंद का इस्तेमाल होना चाहिए। छोटी बाउंड्री और सपाट पिचों के साथ, स्टार्क को लगता है कि पुरानी गेंद गेंदबाजों के लिए थोड़ी मददगार होगी।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल से पहले पत्रकारों से बात करते हुए स्टार्क ने कहा कि, “मैं अभी भी सोचता हूं कि यह एक गेंद होनी चाहिए, दो नहीं। गेंद लंबे समय तक सख्त रहती है। जैसा कि हमने यहां देखा है, मैदान काफी छोटे हैं, पिच सपाट हैं। अगर विश्व क्रिकेट में कुछ भी हो, तो विकेट सपाट हो गए हैं और मुझे लगता है कि अगर आप कुछ पुराने फुटेज देखें जब वे एक गेंद से गेंदबाजी करते थे, इसमें रिवर्स स्विंग बहुत अधिक आती है।”