AUS vs IND: मेलबर्न टेस्ट के लिए तैयार की जा रही है बुमराह-फ्रेंडली पिच, क्यूरेटर का बड़ा खुलासा
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज 1-1 की बराबरी पर है।
अद्यतन – दिसम्बर 23, 2024 2:19 अपराह्न
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का चौथा मुकाबला 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट गाउंड में खेला जाएगा, जो बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज इस वक्त 1-1 की बराबरी पर है। टीम इंडिया ने पहले मैच में 295 रन और ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा टेस्ट 10 विकेट से जीता था। वहीं, गाबा में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुआ।
इस बीच, चौथे टेस्ट से पहले पिच क्यूरेटर मैट पेज का कहना है कि जसप्रीत बुमराह और तेज गेंदबाज मेलबर्न पिच की कंडिशन का फायदा उठाते हुए नजर आ सकते हैं।
मेलबर्न पिच की कंडिशन को लेकर क्यूरेटर ने कही यह बात
हाल के सालों में मेलबर्न की पिचों पर बदलाव देखने को मिला है, यहां अब अच्छा बाउंस और पेस मिलता है। मैट पेज का कहना है कि विकेट पर्थ या ब्रिसबेन की तरह नहीं है, लेकिन यह तेज गेंदबाजों की मदद करेगा।
The WA Today. के अनुसार पिच क्यूरेटर मैट पेज ने बताया,
“अब जब भी अच्छे गेंदबाज यहां आते हैं तो वे उत्साहित हो जाते हैं। यह हमारे लिए अच्छा है। हम कभी भी पर्थ और ब्रिसबेन जितने तेज नहीं हो सकते, लेकिन पिछले कुछ सालों में हम इसमें कुछ गति लाने में कामयाब रहे हैं। इस पर थोड़ी घास है। अगर आप तेज गेंदबाज हैं और इसे देखते हैं, तो आप शायद उत्साहित हो जाते हैं। इसका मतलब शायद यह है कि अगर यह 20 (डिग्री) होता तो यह थोड़ा और तेजी से बढ़ता। हम इसमें थोड़ी और नमी छोड़ते हैं या नहीं, मैं इस समय हां या ना नहीं कह सकता। हम मौसम पर नजर रखेंगे … और उसी के अनुसार अपनी तैयारी करेंगे। हम पिछले कुछ सालों से बहुत खुश हैं, इसलिए यह हमारे लिए एक बार फिर से काम करने जैसा है।”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच से पहले प्रैक्टिस पिच को लेकर विवाद बना हुआ है। कुछ इंडियन मीडिया रिपोर्ट्स में ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड पर प्रैक्टिस सेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिचों के मामले में टीम इंडिया के प्रति पक्षपात करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले पर पिच क्यूरेटर मैट पेज का कहना है,
“हम तीन दिन पहले, यहां टेस्ट मैच की पिचें तैयार करते हैं। अगर टीमें उससे पहले आकर ट्रेनिंग करती हैं, तो उन्हें वही पिचें मिलती हैं जो हमारे पास थीं। आज, हम ताजा पिचों पर हैं। अगर भारत ने आज सुबह ट्रेनिंग की होती, तो वे उन ताजा पिचों पर होते। यह हमारे लिए तीन दिन पहले की सामान्य प्रक्रिया है।”