टीम के कई पूर्व खिलाड़ियों ने पिछले कुछ सालों में मौजूदा टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर आलोचना की। यह लगातार तीसरी बार है जान पाकिस्तान आईसीसी इवेंट्स के पहले दौर से बाहर हो गया है। पाक टीम के लिए लिए इसकी शुरुआत 2023 वनडे वर्ल्ड कप से हुई और उसके बाद 2024 टी20 वर्ल्ड कप और मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई।
मोहम्मद हफीज ने पूर्व पाकिस्तानी प्लेयर्स की लगाई क्लास
टॉक शो आउटसाइड एज लाइव पर बातचीत में, जिसमें पूर्व खिलाड़ी शोएब अख्तर और शोएब मलिक भी शामिल थे, हफीज ने कहा कि, “मैं 1990 के दशक में खेलने वाले खिलाड़ियों का बहुत बड़ा फैन हूं, लेकिन जब विरासत की बात आती है, तो उन्होंने पाकिस्तान के लिए कुछ भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कोई ICC इवेंट नहीं जीता – वे 1996, 1999 और 2003 के विश्व कप हार गए। हम एक फाइनल (1999 विश्व कप में) तक पहुंचे और बुरी तरह हार गए। सितारों के रूप में, खिलाड़ियों के रूप में, वे मेगा सुपरस्टार थे। लेकिन फिर वे ICC इवेंट जीतकर हमें प्रेरित नहीं कर सके।”
उन्होंने आगे कहा कि, “इसके बाद एक मुश्किल दौर आया, जिससे हमें गुजरना पड़ा और फिर 2007 में हम फाइनल (टी-20 विश्व कप) हार गए। 2009 में हमने यूनिस खान की कप्तानी में जीत हासिल की और इसलिए अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा थी। फिर दुर्भाग्य से पाकिस्तान क्रिकेट के साथ एक बुरी घटना घटी और हम अभी भी उससे उबर नहीं पाए हैं।”
पूर्व पाक खिलाड़ी ने आगे कहा कि, “फिर हमने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी जीती, यह प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत था। लोग आज बाबर आजम को अपना आदर्श मानते हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि भले ही उन्होंने उस इवेंट में बड़ा प्रदर्शन नहीं किया हो, लेकिन वह वहां मौजूद थे। इसलिए आईसीसी इवेंट जीतने की बात करें तो 1990 के दशक के सुपरस्टार ऐसा नहीं कर सकते थे, उनकी प्रतिभा के प्रति पूरे सम्मान के साथ।”