बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल इन दिनों फॉर्म से गुजर रहे हैं, उनको ऑस्ट्रेलिया का इंडिया ए टीम में शामिल किया गया था, लेकिन रोहित शर्मा की अनुपस्थिति और शुभमन गिल के चोटिल होने के कारण उनको पर्थ टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिला। हालांकि, उस मैच में उनका बल्ला नहीं चला। बाद में रोहित और गिल की वापसी से उनको बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में एक भी मैच खेलने को नहीं मिला।
हालांकि, अब ऑस्ट्रेलिया से आने के बाद वो लगातार रन बना रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में उन्होंने दमदार शतक कर्नाटक की टीम के लिए जड़ा है। बड़ौदा के खिलाफ वडोदरा के मोती बाग स्टेडियम में खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में देवदत्त पडिक्कल ने मयंक अग्रवाल के साथ ओपन करते हुए 99 गेंदों में 15 चौके और 2 छक्कों की मदद से 102 रनों की पारी खेली।
इस पारी के दौरान उनका स्ट्राइक रेट 103.03 का रहा। अंत में उनको राज लिंबानी ने आउट किया। आपको बता दें कि इस टूर्नामेंट में देवदत्त पडिक्कल का औसत 100 से भी ज्यादा का है। यहां तक वे 25 से ज्यादा पारियां खेल चुके हैं और स्ट्राइक रेट भी उनका 95 के आसपास का है।
विजय हजारे ट्रॉफी में Devdutt Padikkal ने अभी तक 100 की औसत से बनाए हैं रन
आपको बता दें देवदत्त पडिक्कल अब तक विजय हजारे ट्रॉफी लिस्ट ए टूर्नामेट में 26 पारियों में कुल 1915 रन बना चुके हैं। इस दौरान उनका औसत 100.78 का है, जबकि स्ट्राइक रेट 94.47 का है। वे 9 शतक और 11 अर्धशतक के साथ इस टूर्नामेंट के इतिहास में जड़ चुके हैं।
वे भारत के लिए दो टेस्ट और दो टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं, लेकिन उन चार मैचों में वो अभी तक कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। हालांकि हम यहां ये भी कह सकते हैं कि उन्हें लगातार मौके नहीं मिले हैं। अगर उन्हें आने वाले में वक्त में एक बड़ी सीरीज में मौका मिलता हैं तो वहां वो सभी को प्रभावित कर सकते हैं। वे आईपीएल में अब तक तीन टीम (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स) का हिस्सा रह चुके हैं।