
कटक के बाराबती स्टेडियम में खेले गए इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे से पहले भारत के कप्तान रोहित शर्मा पर काफी दबाव था। वह न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहे और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में भी अपनी क्षमता को साबित करने में असफल रहे। इसके बाद रोहित जब इंग्लैंड के खिलाफ पहला वनडे खेलने उतरे तो वहां भी उनका बल्ला नहीं चला।
उनके खराब प्रदर्शन ने उनकी क्षमता पर संदेह पैदा कर दिया था। वहीं कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया कि अगर वो अपनी फॉर्म में सुधार नहीं करते हैं तो वे खुद को चैंपियंस ट्रॉफी टीम से बाहर कर सकते हैं। लेकिन दूसरे वनडे मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का शतक का सूखा समाप्त हो गया। उन्होंने रविवार को इंडिया वर्सेस इंग्लैंड दूसरे वनडे मैच में 119 रनों की शानदार पारी खेली और भारत को चार विकेट से जीत दिलाई।
अपनी शतकीय पारी को लेकर Rohit Sharma ने दिया बड़ा बयान
रोहित ने कटक के मैदान पर 90 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके और 7 छक्के लगाए। इस शानदार पारी के लिए उनको प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया। यह उनके वनडे करियर का 32वीं सेंचुरी है। बता दें कि, कई महीनों से खराब फॉर्म से जूझ रहे रोहित का शतक कोई ‘तुक्का’ नहीं है। उन्होंने प्लानिंग के साथ शतक जड़ा, जिसका खुलासा खुद कप्तान ने किया।
भारतीय कप्तान ने दूसरे मैच बाद कहा, ”मुझे बल्लेबाजी करने और टीम के लिए रन बनाने में मजा आया। यह एक अहम सीरीज है। लेकिन मैं किस तरह की बल्लेबाजी करना चाहता हूं, इसके लिए योजना बनाई कि वनडे में कैसे बल्लेबाजी करनी है।”
रोहित ने आगे कहा, ”यह फॉर्मेट टी20 से अलग है टेस्ट से छोटा है। मैं लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहता था और मेरा फोकस यही था।” उन्होंने कहा, ”मैंने खुद को तैयार किया था। स्टंप की ओर आती गेंदों का सामना कैसे करना है, कैसे गैप ढूंढना है। शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर दोनों ने मेरा अच्छा साथ निभाया। गिल शानदार खिलाड़ी हैं, वह परिस्थिति को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते और आंकड़े इसकी गवाही देते हैं।”