इंग्लिश और हिंदी में क्रिकेट कमेंट्री सुनना खेल को और भी ज्यादा रोमांचक बना देता है। आईपीएल के चलते फैंस- पंजाबी, तमिल, तेलगु, गुजराती, मराठी, हरियाणवी, कन्नड और भोजपुरी जैसी भाषाओं में कमेंट्री सुनते हैं, जिसने इसे और ज्यादा मजेदार बना दिया है। लेकिन क्या आपने कभी संस्कृत भाषा में कमेंट्री सुनी है?
संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि कुछ इंग्लिश शब्द संस्कृत की शब्दावली से लिए गए हैं। स्कूलों में संस्कृत भाषा की पढ़ाई बच्चों को करवाई जाती है। हालांकि, संस्कृत का प्रयोग बोलचाल की भाषा में नहीं किया जाता।
इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गली क्रिकेट मैच के दौरान एक शख्स संस्कृत में कमेंट्री कर रहा है।
गली क्रिकेट में संस्कृत कमेंट्री का वीडियो देखें-
वीडियो में जो शख्स संस्कृत भाषा में कमेंट्री कर रहा है, उसका नाम अरुण कुमार कलगी है। गौरतलब है कि वह विवेकानंद स्कूल, बेंगलुरु में संस्कृत के टीचर रह चुके हैं। अरुण कुमार कलगी मुत्तुर में रहते हैं, जो बेंगलुरु से 300 किलोमीटर दूर है। मुत्तुर को संस्कृत गांव’ के रूप में जाना जाता है। क्रिकेट मैच का आयोजन language learning platform Sthaayi द्वारा आयोजित किया गया था और साथ ही इसे कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किया था।
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सोशल मीडिया पर फैंस वीडियो को काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इस क्लिप को 2.8 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया है, इसे 283,000 लाइक्स मिले हैं और फैंस तारीफ करते हुए कमेंट्स भी कर रहे हैं। फैंस ने बीसीसीआई से घरेलू दौरों और आईपीएल कमेंट्री पैनल में संस्कृत भाषा को शामिल करने का आग्रह भी किया है।
आईपीएल ट्रॉफी में संस्कृत में लिखा गया है खास मैसेज
आईपीएल ट्रॉफी दुनिया के सबसे खूबसूरत खिताबों में से एक है। जिसके बीच में संस्कृत में एक मैसेज भी लिखा हुआ है, “यत्र प्रतिभा अवसर प्राप्नोतिः।” इसका मतलब है “जहां प्रतिभा अवसर से मिलती है।”