भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अभी तक टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के भविष्य को लेकर किसी भी तरह की बातचीत नहीं की है। अगर भारत 15 नवंबर को मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल हार जाता तो द्रविड़ और उनके सहयोगी स्टाफ का कार्यकाल यहीं समाप्त हो जाता।
हालांकि, भारत केन विलियमसन की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ 70 रनों से जीत दर्ज की और नॉकआउट मैच में कीवी के खिलाफ अपनी पहली जीत हासिल की और चौथी बार फाइनल में जगह पक्की की। अब 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल में मेन इन ब्लू का सामना दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया से होगा।
वर्ल्ड कप 2023 तक के लिए है राहुल द्रविड़ का कॉन्ट्रैक्ट
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, द्रविड़ और उनके सहयोगी स्टाफ के पास कॉन्ट्रैक्ट इस वर्ल्ड कप तक के लिए था और उनके भविष्य को लेकर बीसीसीआई के भीतर राय अलग-अलग थी। शुरुआत में, द्रविड़ की कोचिंग शैली को लेकर शंकाएं थीं, लेकिन भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया है।
वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है और उसको देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि, अब द्रविड़ के अनुबंध को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि अब यह देखना दिलचस्प होगा कि, राहुल द्रविड़ खुद आने वाले समय में कोचिंग करने की इच्छा जताते हैं या नहीं।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने शुरुआती चरण में अच्छे प्रभाव के साथ 2021 में हेड कोच की भूमिका निभाई। हालांकि, ऐसी अटकलें थीं कि टीम के प्रदर्शन की परवाह किए बिना वह वर्ल्ड कप के बाद स्वेच्छा से पद छोड़ सकते हैं।पूर्व भारतीय कप्तान कोच के पद पर बने रहते हैं या नहीं, ऐसी उम्मीद है कि बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप सहित उनके सहयोगी स्टाफ के सदस्यों को उनके अनुबंध बढ़ाया जा सकता है।
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