ऑस्ट्रेलियाई टीम को हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज में 2-1 से हार झेलनी पड़ी। मोहम्मद रिजवान की कप्तानी में पाकिस्तान ने इतिहास रचा, टीम ने 22 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई धरती पर वनडे सीरीज जीती। पाकिस्तान को सीरीज के पहले मैच में 2 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। फिर दूसरे वनडे में पाकिस्तान के 9 विकेट से जीत के बाद सीरीज 1-1 की बराबरी पर आ गई।
तीसरा वनडे 10 नवंबर को पर्थ में खेला गया था। कप्तान पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तैयारी के लिए स्क्वॉड से रिलीज कर दिया गया था। पाकिस्तान ने फिर तीसरे वनडे में भी कमाल फॉर्म दिखाते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज की।
इस बीच, पैट कमिंस की काफी ज्यादा आलोचना हो रही है, क्योंकि वह आगामी BGT की तैयारी नहीं बल्कि अपनी पत्नी के साथ सिडनी के एकॉर स्टेडियम में एक कोल्डप्ले कॉन्सर्ट देखने गए थे और दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया सीरीज डिसाइडर मैच में हार गया। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल क्लार्क का कहना है कि अगर वह कमिंस की जगह होते तो मीडिया उन्हें आड़े हाथों लेता।
माइकल क्लार्क ने पैट कमिंस और ऑस्ट्रेलियाई टीम को लेकर कही यह बात
माइकल क्लार्क ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी वनडे मैच से लेकर भारत के खिलाफ पहले टेस्ट तक 11 दिन थे। इसलिए जिन खिलाड़ियों को आराम दिया गया वे खेल सकते थे।
माइकल क्लार्क ने ESPNcricinfo पर बात करते हुए
मुझे लगता है कि मीडिया ने मुझे पूरी तरह से तोड़ दिया होता। मुझे लगता है कि मैंने पिछले कुछ दिनों में कहा है कि टेस्ट खिलाड़ियों के आखिरी एक दिन न खेलने के बारे में मुझे कैसा महसूस हुआ। मैं उन्हें वह खेल खेलते हुए देखना पसंद करता। आखिरी वनडे मैच से लेकर पहले टेस्ट तक 11 दिन थे, इसलिए मुझे लगा कि वे सभी खेल सकते थे। अगर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया तेज गेंदबाजों को आराम देना चाहता था, तो मैं समझता हूं, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि जिन बल्लेबाजों को बाहर रखा गया था, वे शायद खेल सकते थे।