
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ और घरेलू क्रिकेट (रणजी ट्रॉफी) में बंगाल के लिए खेल रहे मोहम्मद शमी की फ़िटनेस और राष्ट्रीय टीम में वापसी को लेकर, बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने हाल ही में एनडीटीवी वर्ल्ड समिट पर अपनी राय साझा की थी। शमी इस साल की शुरुआत में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी की विजयी टीम का हिस्सा थे, लेकिन उसके बाद उनके प्रदर्शन और फ़िटनेस को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं।
मोहम्मद शमी ने अपनी फिटनेस पर उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए पूरी तरह फिट और सक्षम हैं। उनका तर्क है कि अगर वह चार दिवसीय रणजी मैच में गेंदबाज़ी कर सकते हैं, तो वनडे में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीसीसीआई ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया, लेकिन वह इन बातों को छोड़कर अपनी घरेलू टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
वहीं, एनडीटीवी वर्ल्ड समिट के दौरान मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा था कि वे लगातार शमी के साथ संपर्क में रहे हैं और न केवल शमी, बल्कि सभी खिलाड़ियों के पास उनका निजी नंबर है और वे उन्हें कभी भी मैसेज कर सकते हैं। अगरकर के अनुसार शमी की फ़िटनेस पर अभी भी सवाल हैं जिसके कारण वे भारतीय दल का हिस्सा नहीं हैं। अगरकर ने यह भी कहा कि शमी ने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है तथा वे बहुत अनुभवी भी हैं।
मुख्य चयनकर्ता का कहना है कि घरेलू क्रिकेट अब शुरू हो रहा है और यह शमी की फ़िटनेस को परखने का अच्छा मौक़ा है। यदि वे फिट नज़र आते हैं, तो वे बेशक भारतीय जर्सी में एक बार फिर खेलते नज़र आएँगे।
शमी ने दी अपनी गेंदबाज़ी से करारा जवाब
दूसरी ओर, मोहम्मद शमी ने उत्तराखंड के विरुद्ध अपने पहले रणजी मैच में शानदार गेंदबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए बंगाल को आठ विकेटों से जीत दिलाई। 35 वर्षीय मोहम्मद शमी ने पहली पारी में 14.5 ओवर में 3/37 विकेट झटके और दूसरी पारी में 24.4 ओवरों में मात्र 38 रन ख़र्चते हुए 4 विकेटें झटकीं। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवाॅर्ड भी मिला।
घरेलू क्रिकेट में इस तरह के प्रदर्शन के बाद, शमी ने साबित कर दिया है कि वह पूरी तरह से फिट हैं। हालांकि, शमी का चयन ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए क्यों नहीं हुआ है, इसकी असल वजह तो मैनेजमेंट ही बता सकता है।









