
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 358 का एक बड़ा लक्ष्य खड़ा किया। इस पारी की नींव रखी विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ के शानदार शतकों ने। दोनों ही खिलाड़ियों ने बेहतरीन नियंत्रण दिखाते हुए बल्ले से रनों की झड़ी लगा दी और टीम को एक अच्छे टोटल तक पहुँचाया।
दूसरी ओर, स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली के आगामी 2025-26 विजय हजारे ट्रॉफी (वीएचटी) में दिल्ली के लिए कुछ मैच खेलने की खबरों के बीच, भारत के इस प्रमुख घरेलू एकदिवसीय टूर्नामेंट में उनके इतिहास को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। बीसीसीआई ने हाल ही में सभी अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट में भागीदारी अनिवार्य कर दी है।
ऐसे में, कोहली का वीएचटी में उतरना महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर जब वह टेस्ट और टी20आई से संन्यास ले चुके हैं और केवल एकदिवसीय क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आइए जानें कोहली और वीएचटी से सम्बंधित कुछ आवश्यक बातें।
कोहली ने पिछली बार विजय हजारे ट्रॉफी कब खेली थी?
विराट कोहली ने आखिरी बार विजय हजारे ट्रॉफी में 2010 के संस्करण में हिस्सा लिया था। दिल्ली के लिए यह उनका आखिरी लीग मुकाबला था, जो गुड़गांव में सर्विसेज के खिलाफ खेला गया था। उस मैच में, टीम की कप्तानी कर रहे कोहली महज 8 गेंदों पर 16 रन बनाकर आउट हो गए थे। उन्हें शादाब नज़र की बेहतरीन गेंद ने पवेलियन का रास्ता दिखाया था। हालाँकि, दिल्ली यह मुकाबला 113 रनों के विशाल अंतर से जीतने में कामयाब रही थी।
विजय हजारे ट्रॉफी में कोहली का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भले ही उनका अंतिम स्कोर मामूली रहा हो, लेकिन कोहली का विजय हजारे ट्रॉफी में प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने दिल्ली के लिए 2009 और 2010 के दो सीज़न में कुल 12 मैच खेले हैं, जिसमें उनका औसत 69.36 का रहा है। वीएचटी में उनका सबसे बड़ा स्कोर 2009 के अभियान में आया था, जब उन्होंने धर्मशाला में हरियाणा के खिलाफ सिर्फ 82 गेंदों पर 124 रनों की तूफानी पारी खेली थी।
कोहली ने अपना पहला विजय हजारे मैच भी धमाकेदार अंदाज में खेला था। उन्होंने फरवरी 2009 में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ शुरुआत करते हुए 113 गेंदों पर 102 रन बनाकर शानदार शतक जड़ा था।
क्या कोहली दिल्ली को खिताब दिला पाए?
अपने शानदार व्यक्तिगत रिकॉर्ड के बावजूद, कोहली कभी भी दिल्ली को विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब नहीं दिला पाए। दिल्ली ने यह ट्रॉफी सिर्फ एक बार, 2013 में जीती थी, जो कोहली के अंतिम प्रदर्शन के बाद था। लेकिन अब एक बार फिर कोहली आगामी 2025-26 सीज़न में दिल्ली टीम के लिए खेलते हुए नजर आएंगे।









