पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में टीम इंडिया के प्रदर्शन को लेकर अपना पक्ष रखा है। मोहम्मद कैफ का मानना है कि अगर टीम इंडिया के बल्लेबाजी लाइनअप ने खराब प्रदर्शन ना किया होता तो टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इस चक्र के फाइनल में अपनी जगह बना सकती थी।
बता दें कि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पांच मैच की टेस्ट सीरीज में सिर्फ केएल राहुल, नीतीश कुमार रेड्डी और यशस्वी जायसवाल का औसत 30 के ऊपर था। केएल राहुल का बल्लेबाजी औसत 30.66 था जबकि नीतीश कुमार रेड्डी का 37.25 और यशस्वी जायसवाल का 43.44 था।
मोहम्मद कैफ ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा की जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘अच्छा हुआ कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया सीरीज हार गई क्योंकि बुमराह फिट हो गए होते और टीम में जीत जाती। बुमराह को सारा क्रेडिट मिल जाता और वो हीरो बन जाते। लेकिन विराट कोहली और इंडियन क्रिकेट में लगे दाग को कैसे धोया जाएगा।
हम लोग न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टेस्ट सीरीज हारे और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हमें करारी शिकस्त मिली। अगर हम यह जीत गए होते या सीरीज ड्रॉ हो गई होती तो हम लोग इसको लेकर बिल्कुल भी बातचीत नहीं कर रहे होते। अब सब चीजों को साफ करने की बेहद जरूरत है।’
मोहम्मद कैफ ने भारतीय बल्लेबाजी यूनिट को जमकर लगाई फटकार
मोहम्मद कैफ ने आगे कहा कि, ‘अब समय आ गया है टेस्ट मैच को महत्व देने का। खासतौर पर तब जब हम अपने घर में जीत रहे हैं। अगर हम अश्विन और जडेजा को हटा दे तो हम घर में भी मैच हार जाएंगे। आप मुझे यह बताए कि आखिरी बार किसी बल्लेबाज ने मैन ऑफ द सीरीज अवार्ड कब जीता था?
अपने पुजारा को क्यों ड्रॉप किया? ऐसा कोई भी बल्लेबाज बता दीजिए जिसने आखिरी बार मैन ऑफ द सीरीज जीती हो। अपने घर में आपके पास अश्विन और जडेजा थे जो अपनी स्पिन गेंदबाजी से किसी के भी खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन करने में सक्षम थे। यही नहीं घर की परिस्थिति में अक्षर पटेल भी शानदार प्रदर्शन करते हैं। हालांकि बल्लेबाजों को हमेशा फ्लॉप होते हुए देखा गया है।’