श्रीलंका में जारी महिला एशिया कप 2024 में खराब अंपायरिंग की देखने को मिली है, जिसकी क्रिकेट जगत में कड़ी आलोचना देखने को मिली है। बता दें यह घटना टूर्नामेंट के 9वें यूएई बनाम पाकिस्तान मैच में देखने को मिली है।
नेपाल के खिलाफ पाकिस्तान के रनचेज में पावरप्ले के आखिरी ओवर में, मुनीबा अली एक बड़े डर से बच गई है। इस ओवर में स्ट्राइकर अली स्पिनर हीना हाटचंदानी का सामना करने के लिए अपने पैर का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन वह गेंद को सही तरह से हिट नहीं कर पाई।
तो वहीं इसके बाद विकेटकीपर तीर्था सतीश ने तुरंत बेल्स उड़ा दीं, और मुनीबा अली स्टंप के समय अपना पैर क्रीज के भीतर खींचने की कोशिश की, लेकिन वे इसमें विफल साबित हुई। और स्टंप आउट का फैसला ऑनफील्ड अंपायर नूर हिजरा और वृंदा राठी ने तीसरे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन के पास देखने के लिए भेज दिया। रिप्ले में पता चला कि जब सतीश ने बेल्स हटाई तो मुनीबा का बायां पैर लाइन पर था।
अंपायर ने अपना अंतिम फैसला देने से पहले कई बार रिप्ले देखा और पाया कि खिलाड़ी का पैरा क्रीज के भीतर था, तो वहीं जैसे तीसरे अंपायर ने यह फैसला मैच के दौरान दिया, तो इस फैसले की क्रिकेट जगत में आलोचना देखने को मिली। तो वहीं इसके बाद फैंस इस फैसले की आलोचना सोशल मीडिया के माध्यम से करते हुए नजर आए हैं।
देखें फैंस ने अंपायर के इस फैसले की किस प्रकार की आलोचना
दूसरी ओर, आपको इस मैच का हाल बताएं तो पाकिस्तान ने मुकाबले में यूएई के खिलाफ 10 विकेट से जीत हासिल की है। पहले बल्लेबाजी करते हुए यूएई ने 104 रनों का टारगेट पाकिस्तान के सामने जीत के लिए रखा, जिसे बाद में पाकिस्तानी महिला टीम ने बिना कोई विकेट गंवाए 14.1 ओवर में हासिल कर लिया। पाकिस्तान के लिए गुल फेरोजा 62* और मुनीबा अली 37* रन बनाकर नाबाद रही।