ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे हुए चार टेस्ट मैचों में अपनी किस्मत पलटने के लिए संघर्षरत बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ से भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से प्रेरणा लेते हुए अपने खेल पर भरोसा करने का आग्रह किया है।
पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में लाबुशेन जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाले भारतीय तेज गेंदबाजों के खिलाफ पूरी तरह से आउट ऑफ फॉर्म दिखे और 52 गेंदों में सिर्फ 2 रन और दूसरी पारी में 3 रन ही बना सके। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा। स्मिथ भी पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के सामने जूझते रहे। ऑस्ट्रेलिया का यह स्टार बल्लेबाज पहली पारी में खाता नहीं खोल पाया जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 60 गेंद पर 17 रन बनाए।
एडिलेड टेस्ट से पहले पोंटिंग ने स्मिथ और लाबुशेन को दी अहम सलाह
रिकी पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू में कहा कि, ‘‘पर्थ में सभी बल्लेबाजों में से मार्नस सबसे अधिक जूझते हुए नजर आए। यह सही है कि विकेट मुश्किल था और भारतीय गेंदबाज शानदार गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन उन्हें इसे बदलने का तरीका ढूंढना होगा।’’ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने इसके लिए कोहली का उदाहरण दिया जो पहली पारी में पांच रन बनाकर आउट होने के बाद दूसरी पारी में नाबाद 100 रन बनाकर वापसी करने में सफल रहे।
पोंटिंग ने कहा, ‘‘विराट ने अपने खेल पर भरोसा किया और वह पहली पारी की तुलना में दूसरी पारी में अलग खिलाड़ी की तरह नजर आए। उन्होंने विरोधी टीम से लड़ने के बजाय अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान केंद्रित किया। मार्नस और स्मिथ को यही करने की जरूरत है – अपना रास्ता खोजें और मजबूत इरादे दिखाएं।’’
पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अधिक जोखिम लेने और भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘‘आपको जोखिम लेने और गेंदबाजों पर दबाच डालने का तरीका ढूंढना होगा क्योंकि हम सभी जानते हैं कि बुमराह जैसे गेंदबाज आपको रन बनाने के लिए आसान अवसर नहीं देंगे।’’