
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया से मिली शर्मनाक हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कुछ नए नियम बनाए। नए प्रोटोकॉल के बाद बहुत कुछ बदल गया है। कई मामलों में जहां पहले खिलाड़ियों को छूट मिलती है, वो अब उनसे छीन ली गई है। अब BCCI ने विदेशी दौरों परिवार को साथ ले जाने, साथ में ट्रैवल करने और नेट प्रैक्टिस तक के लिए कड़े नियम बना दिए हैं। हालांकि, विराट कोहली को ये नए नियम बिल्कुल भी पसंद नहीं आए हैं और उनका मानना है कि ऐसे फैसले लेने वाले लोगों को दूर रखना चाहिए।
RCB इनोवेशन लैब के एक इवेंट के दौरान विराट कोहली ने कहा कि, मैं इसे लेकर बहुत ही निराश हूं। ऐसे लोग जिनका हालात पर कोई नियंत्रण नहीं है, उन्हें बातचीत में शामिल किया जाता है और आगे रखा जाता है, हो सकता है कि ऐसे लोगों को दूर रखा जाए। विराट खासतौर पर परिवार को लेकर बनाए गए नियम से बहुत ही ज्यादा निराश हैं। जब वह कप्तान थे, तो उन्होंने पारिवारिक सदस्यों को विदेशी दौरे में साथ भेजने के लिए बोर्ड के अधिकारियों से बात करके उनको मनाया था।
विराट कोहली ने BCCI अधिकारीयों पर साधा निशाना
विराट ने आगे कहा, लोगों को यह बताना बहुत ही मुश्किल है कि जब भी बाहर कुछ गहन घटित होता है, तो परिवार के पास लौटना कितना मायने रखता है। मुझे नहीं लगता कि लोगों को इस बात की समझ है कि यह कितनी अहम बात लेकर आता है या कितना अहम है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि लोगों को इस बात की समझ है कि इससे क्या मूल्य मिलता है।
और मैं इस बात से काफी निराश हूं, क्योंकि ऐसा लगता है कि जो लोग बोर्ड को चला रहे हैं, उस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है और उन्हें बातचीत में शामिल कर दिया जाता है और कहा जाता है कि, ‘ओह, शायद उन्हें दूर रखा जाना चाहिए’।
विराट ने आगे कहा कि, “जैसे, आपके जीवन में हर समय अलग-अलग परिस्थितियां हो सकती हैं। परिवार के साथ होने से आपको अच्छा महसूस होता है। सच कहूं तो जब आप अपनी प्रतिबद्धता, अपनी जिम्मेदारी पूरी करते हैं, और फिर आप अपने घर वापस आते हैं, आप परिवार के साथ होते हैं, और आपके घर में बिल्कुल सामान्यता होती है और सामान्य पारिवारिक जीवन चलता रहता है। इसलिए, मेरे लिए, यह निश्चित रूप से बहुत खुशी का दिन है। और मैं जब भी संभव हो, अपने परिवार के साथ बाहर जाने और समय बिताने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ूंगा।