“क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसे जल्दी…”, भारत-A पर लगे बॉल टेम्परिंग आरोप को लेकर बोले डेविड वॉर्नर
अंपायरों या मैच रेफरी को यहां खड़े होकर सवालों का जवाब देना चाहिए- डेविड वॉर्नर
अद्यतन – नवम्बर 6, 2024 12:38 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया-ए और इंडिया-ए के बीच मकाय में खेले गए पहले अनऑफिशियल टेस्ट मैच में भारत को 7 विकेट से सामना करना पड़ा। मैच के दौरान इंडिया-ए पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने गेंद से छेड़छाड़ की थी। अधिकारियों के मुताबिक भारतीय खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दबाव बनाने के लिए गेंद से छेड़छाड़ करते हुए उसका शेप बदल दिया था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने फिर इस चीज की पुष्टि की कि उनके पास कोई सबूत नहीं है कि गेंद के साथ छेड़छाड़ किया गया है। इस बीच, पूर्व दिग्गज खिलाड़ी डेविड वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड को इस मामले को लेकर आधिकारिक स्टेटमेंट जारी करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि, बोर्ड ने इस मुद्दे को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी दबा दिया, क्योंकि भारत दौरे पर आने वाला है।
अंपायरों या मैच रेफरी को यहां खड़े होकर सवालों का जवाब देना चाहिए- डेविड वॉर्नर
डेविड वॉर्नर ने कहा कि, अंपायरों को अगर लगता है कुछ हुआ है तो फॉलो-अप किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अंपायरों और मैच रेफरी को सारे सवालों के जवाब भी देने चाहिए। वॉर्नर ने सिडनी थंडर के कप्तान बनने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
मुझे लगता है कि आखिरी फैसला CA के पास है, है न? उन्होंने इस मामले को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी खत्म कर दिया, क्योंकि भारत इस समर सीजन में यहां आ रहा है। लेकिन अगर अंपायरों को लगता है कि कुछ हुआ है, तो मुझे यकीन है कि इसका फॉलो-अप किया जाएगा। अंपायरों या मैच रेफरी को यहां खड़े होकर सवालों का जवाब देना चाहिए। मुझे लगता है कि मैच रेफरी को बाहर आकर अपने स्टाफ से बात करनी चाहिए, जो अंपायर हैं और अगर वे फैसलों पर अड़े हुए हैं, तो आपको इसके लिए खड़ा होना होगा। यह स्पष्ट रूप से एक बयान है जिसे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को जारी करने की जरूरत है।
आपको बता दें, भारतीय खिलाड़ी गेंद बदलने के फैसले से खुश नहीं थे। एक स्पोक्सपर्सन ने Sydney Morning Herald को बताया कि, मैच की चौथी पारी में गेंद खराब होने के कारण बदली गई थी। दोनों टीमों के कप्तान और मैनेजर को खेल शुरू होने से पहले इस फैसले के बारे में सूचित कर दिया गया था और आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।