रोहित शर्मा के 67 मैचों के टेस्ट करियर का लगभग अंत हो गया है। रोहित ने अभी तक अपने करियर को लेकर कुछ भी नहीं कहा है, लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर, पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री और पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने एक सुर में कहा है कि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच रोहित शर्मा का शायद आखिरी टेस्ट मैच था। इन सभी का कहना है कि, रोहित अब भारत के लिए टेस्ट मैच खेलते हुए नहीं दिखेंगे।
Rohit Sharma के बाहर बैठने वाले फैसले पर तीन दिग्गजों ने दी अपनी राय
37 वर्ष के रोहित शर्मा ने सिडनी में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट में खुद को आराम देने का फैसला किया है। रोहित तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में 31 रन ही बना सके। सुनील गावस्कर ने टेस्ट मैच के पहले दिन के खेल के दौरान लंच ब्रेक में कहा कि, ‘‘इसके मायने ये हैं कि अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिये क्वॉलिफाई नहीं करता है तो मेलबर्न टेस्ट रोहित का आखिरी टेस्ट होगा।’’
गावस्कर ने आगे कहा, ‘‘वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का नया चक्र इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के साथ शुरू होगा और सेलेक्टर्स ऐसे खिलाड़ी को चाहेंगे जो 2027 फाइनल भी खेले। भारत वहां पहुंचता है या नहीं, यह बाद की बात है लेकिन चयन समिति की यही सोच होगी। ऐसे में हमने शायद रोहित शर्मा को आखिरी बार टेस्ट खेलते देख लिया है।’’
कमेंट्री में रोहित शर्मा को लेकर रवि शास्त्री ने कहा, ‘‘टॉस के समय मेरे पूछने से पहले ही जसप्रीत बुमराह ने यह बात कही थी कि कप्तान ने बाहर रहने का फैसला किया है और कहा कि शुभमन गिल के खेलने से टीम मजबूत होगी। यह तब होता है जब आपके रन नहीं बन रहे हो और मानसिक रूप से आप वहां नहीं हों। यह कप्तान का काफी साहसी फैसला है कि वह इस मैच में बाहर रहने को तैयार हुए।’’
वहीं पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने रोहित के फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘‘ एकदम रोहित शर्मा वाला फैसला। सही समय पर टीम के लिए सही फैसला लेना, लेकिन इस मसले को लेकर इतना रहस्य समझ में नहीं आया। टॉस के समय भी इस पर बात नहीं की गई।’’