“मैं कोई दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं…”, BGT शुरू होने से पहले आलोचनाओं को लेकर बोले गौतम गंभीर
खबरों के मुताबिक अगर भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो गौतम गंभीर की खुर्सी पर खतरा मंडरा सकता है।
अद्यतन – नवम्बर 11, 2024 1:52 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में गौतम गंभीर के कार्यकाल की शुरुआत शानदार अंदाज में हुई थी। टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज 3-0 से जीती थी। लेकिन इसके बाद टीम को वनडे सीरीज में 3-0 से शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। श्रीलंका ने 27 साल बाद घर में भारत को वनडे सीरीज में शिकस्त देकर इतिहास रचा था।
भारत को हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार झेलनी पड़ी। टीम को 12 साल बाद किसी टीम ने घर में क्लीन-स्वीप किया है। टीम इंडिया के शर्मनाक प्रदर्शन के चलते हेड कोच गौतम गंभीर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
हालिया खबरों के मुताबिक अगर भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो गंभीर की खुर्सी पर खतरा मंडरा सकता है। इस बीच, गंभीर का कहना है कि सोशल मीडिया पर चल रहे दावों से उन्हें कोई फर्क पड़ रहा है।
भारत को कोचिंग देना एक सम्मान की बात है- गौतम गंभीर
गौतम गंभीर का कहना है कि उन्हें पता था कि भारतीय हेड कोच का कार्यभार संभालना कठिन काम होने वाला है। वह टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन को लेकर बिल्कुल भी दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। हेड कोच को विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों पर भी काफी ज्यादा भरोसा है। आपको बता दें, दोनों ही स्टार खिलाड़ियों का न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन खराब रहा। गंभीर ने कहा कि वे देश के लिए आगे भी महान उपलब्धियां हासिल करना जारी रखेंगे।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा,
“सोशल मीडिया मेरे जीवन में और किसी के जीवन में क्या अंतर लाता है? जब मैंने यह जॉब ली, तो मुझे हमेशा पता था कि यह एक बहुत ही कठिन काम होने वाला है और साथ ही एक बहुत ही प्रतिष्ठित काम भी। मुझे नहीं लगता कि मैं दबाव महसूस कर रहा हूं क्योंकि मेरा काम पूरी तरह से ईमानदार होना है। उस ड्रेसिंग रूम में कुछ अविश्वसनीय रूप से मजबूत लोग हैं जिन्होंने देश के लिए कुछ महान उपलब्धियां हासिल की हैं और देश के लिए कुछ महान उपलब्धियां हासिल करना जारी रखेंगे। इसलिए, उन्हें और भारत को कोचिंग देना एक सम्मान की बात है।”