
वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज रोवमैन पाॅवेल ने अपनी टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तानी को लेकर संतोष और गर्व जताया है। उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज टी20 टीम के कप्तान के रूप में उनका कार्यकाल काफी अच्छा और सफल रहा। पॉवेल की कप्तानी में वेस्टइंडीज टीम ने टी20 क्रिकेट में जबरदस्त वापसी की और ICC टी20 रैंकिंग में नौवें स्थान से तीसरे स्थान तक का सफर तय किया।
पॉवेल ने बताया कि वेस्टइंडीज के लिए 100 से ज्यादा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना उनके करियर की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने मार्च 2023 से दिसंबर 2024 तक 37 टी20 मैचों में टीम की कप्तानी की।
इस दौरान 2024 टी20 वर्ल्ड कप भी शामिल रहा, जिसकी मेजबानी वेस्टइंडीज ने अमेरिका के साथ मिलकर की थी। यह बयान रोवमैन पॉवेल ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए गए एक विशेष इंटरव्यू में दिया ।
पॉवेल की प्राथमिकता इंटरनेशनल क्रिकेट
पॉवेल ने कहा कि जब उन्होंने क्रिकेट शुरू किया था, तब उनका सपना सिर्फ वेस्टइंडीज के लिए खेलना था। समय के साथ क्रिकेट का दायरा बढ़ा और अब खिलाड़ी दुनियाभर की फ्रेंचाइजी लीग्स में खेलते हैं। उन्होंने कहा कि करियर के दौरान जो छोटी-छोटी उपलब्धियां मिलती हैं, वही सबसे ज्यादा गर्व देती हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कप्तानी की वजह से खिलाड़ियों के साथ उनका संवाद बेहतर हुआ। अलग-अलग लीग्स में खेलते हुए वह खिलाड़ियों को करीब से समझ पाए और यह जान पाए कि कौन खिलाड़ी भविष्य में वेस्टइंडीज के लिए क्या योगदान दे सकता है। कप्तान होने के कारण युवा खिलाड़ी उनसे यह भी पूछते थे कि राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए।
पॉवेल ने साफ किया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट उनकी पहली प्राथमिकता रही है। उन्होंने अब तक सात अलग-अलग फ्रेंचाइजी लीग्स में दस टीमों के लिए खेला है, जिससे उन्हें काफी अनुभव मिला है। अपने वर्कलोड को लेकर पॉवेल ने बताया कि वे मैच-दर-मैच नहीं, बल्कि टूर्नामेंट के हिसाब से सोचते हैं ताकि प्रदर्शन और फिटनेस बनी रहे।
बल्लेबाजी को लेकर पॉवेल ने कहा कि उन्हें नंबर 5 पर खेलना सबसे ज्यादा पसंद है। इस पोज़िशन पर उन्हें पारी बनाने और टीम के लिए अहम योगदान देने का मौका मिलता है। 32 वर्षीय पॉवेल अब शाई होप के नेतृत्व में कैरेबियाई टीम का हिस्सा हैं और आने वाले IPL 2026 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते नजर आएंगे।







