
क्रिकेट खेल भारत में काफी ज्यादा पाॅपुलर है। भारत में यह खेल से ज्यादा कहीं ज्यादा है। लोग क्रिकेट को धर्म और क्रिकेटर्स को भगवान का दर्जा देने से भी नहीं चूकते हैं। तो वहीं, समय के साथ पुरुष क्रिकेट के साथ, अब महिला क्रिकेट की भी भागीदारी खेल में काफी ज्यादा बढ़ी है।
तो वहीं, महिला क्रिकेट के विकास को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अहम भूमिका निभाई है। बीसीसीआई ने महिला प्रीमियर लीग को लाॅन्च किया, जिसका तीसरा सफल सीजन 15 मार्च को ही खत्म हुआ।
इस टूर्नामेंट के बाद स्वाभाविक रूप से, क्रिकेट में महिलाओं की भागीदारी को लेकर धारणा में बदलाव आया है और बहुत से लोग इस बारे में काफी मुखर रहे हैं। तो वहीं, अब हाल ही में स्टार भारतीय क्रिकेट क्रिकेटर विराट कोहली का नाम भी इस लिस्ट में जुड़ गया है।
कोहली का कहना है कि क्रिकेट में विपरीत लिंग के एथलीटों को कितनी मान्यता मिल रही है, और चीजें सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं और इसे अगले स्तर तक ले जाने के लिए समर्थन में वृद्धि की आवश्यकता है।
विराट कोहली ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि हाल में ही विराट कोहली ने RCB Innovation Lab Indian Sports Summit पर एक इंटरव्यू के दौरान कहा- वे खुद ही उत्साही थे और उन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। मैंने सचमुच 6-7 साल की अवधि में ऐसा होते हुए देखा है।
जिस तरह से उन्होंने खेलना शुरू किया, आप उस विश्वास को देख सकते हैं, और फिर लोग उसमें बहुत अधिक शामिल होने लगे। और अंत में यह एक ऐसी जगह पहुंच गया है, जहां आप जानते हैं विज्ञापन है, महिला क्रिकेट में भी पैसा लगाए जाने लगा है और फिर आपके पास WPL है।
कोहली ने आगे कहा- किसी भी देश में खेलों के सुधार के लिए पुरुषों को देखें, तो यह सामूहिक होना चाहिए। खेल संस्कृति में सभी शामिल हैं, और महिलाओं का खेल इसका एक बड़ा हिस्सा है न केवल क्रिकेट बल्कि अन्य सभी खेलों में। इसलिए, मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से सही दिशा में आगे बढ़ रहा है, और इसे और अधिक सपोर्ट और अधिक से अधिक बुनियादी ढाँचे के विकास की आवश्यकता है।