भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के लिए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अच्छी नहीं रही। रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक बार भी दोहरे अंक तक पहुंचने में असफल रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित तीन मैचों में सिर्फ 31 रन ही बना सके। उनके नेतृत्व में भारत तीन में से दो मैच हार गया।
भारत को इस सीरीज में एकमात्र जीत जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में मिली थी। इसलिए, रोहित ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चल रहे निर्णायक पांचवें टेस्ट के लिए खुद को आराम दिया। इसके बाद उनके भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
रोहित का टेस्ट करियर भी खत्म होने की बात कही जा रही थी। लेकिन सिडनी टेस्ट के अगले दिन रोहित शर्मा ने इंटरव्यू दिया और कहा कि वह संन्यास नहीं ले रहे हैं।
रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड ने दिया उन्हें सुझाव
दिनेश लाड ने कहा,”मुझे लगता है कि रोहित के पास केवल दो लक्ष्य हैं – पहला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतना और दूसरा वनडे विश्व कप जीतना। अगर वह चाहते तो उन्हें सभी प्रारूपों (टी20 विश्व कप खिताब के बाद) से संन्यास ले लेना चाहिए था, लेकिन उन्होंने केवल टी20 क्रिकेट से संन्यास लिया। वह अकेले क्रिकेटर नहीं हैं जो रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्हें टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए एक या दो घरेलू मैच खेलने चाहिए।”
“टी20 क्रिकेट की वजह से बल्लेबाजों की मानसिकता बदल गई है। वह तकनीकी रूप से मजबूत क्रिकेटर हैं और पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने अच्छे रन बनाए थे। अगर हम जीतते हैं, तो लोग रोहित को सर्वश्रेष्ठ कप्तान कहते हैं, लेकिन जब हम हारते हैं तो लोग कहते हैं कि उन्हें कप्तानी नहीं आती।”
रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में कर सकते हैं कप्तानी
वहीं अब भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टी20 सीरीज 22 जनवरी से शुरू हो रही है, गौरतलब है कि टी20 फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद कोहली और रोहित इस सीरीज में नहीं खेलेंगे। हालांकि, इसके बाद 6 फरवरी से दोनों टीमों के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। वनडे सीरीज के बाद भारतीय टीम 20 फरवरी से चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेगी। ऐसे में इस सीरीज के लिए रोहित शर्मा खेलते नजर आ सकते हैं।