वानखेड़े स्टेडियम को 50 साल हुए पूरे, MCA ने 1974 मुंबई क्रिकेट टीम को किया सम्मानित
यह स्टेडियम 1974 में बनकर तैयार हुआ था।
अद्यतन – जनवरी 9, 2025 5:55 अपराह्न
वानखेड़े स्टेडियम सिर्फ भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया के प्रसिद्ध स्टेडियम में से एक है। इस वेन्यू में कई महत्वपूर्ण मैच खेले जा चुके हैं। बता दें कि, वनडे वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल मुकाबला भी इसी वेन्यू पर खेला गया था। यह मैच भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था।
यही नहीं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के भी मुख्य मुकाबले इसी वेन्यू पर खेले जाते हैं। यह स्टेडियम 1974 में बनकर तैयार हुआ था। इस वेन्यू के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने उन लोगों को सम्मानित करने का फैसला किया जिन्होंने इस वेन्यू पर पहला फर्स्ट क्लास मैच खेला था। बता दें कि, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पहला मैच 1974 में मुंबई और बड़ौदा के बीच में खेला गया था।
इस मैच में सुनील गावस्कर, सुधीर नायक, फारूक इंजीनियर, अशोक मांकड़ अजीत पाई जैसे कई दिग्गज खिलाड़ियों ने भाग लिया था। यही नहीं घरेलू खिलाड़ी जैसे अब्दुल इस्माइल, राकेश टंडन, मिलिंद रेगे और पदमालकर शिवालकर ने भी इसमें भाग लिया था। टीम की कप्तानी सुनील गावस्कर ने की थी और बड़ौदा को उन्होंने एक पारी और 96 रन से हराया था।
पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई टीम ने 348 रन बनाए। मुंबई की ओर से पहली पारी में फारूक इंजीनियर ने 51 रन की पारी खेली जबकि रेगे ने 63 रन का योगदान दिया। घारवी ने 83 रन बनाए। जवाब में बड़ौदा टीम अपनी पहली पारी में 60 रन पर ऑलआउट हो गई। फॉलोऑन के बाद भी बड़ौदा दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रही।
मिलिंद रेगे ने वानखेड़े की परिस्थिति को लेकर दिया बड़ा बयान
मिलिंद रेगे ने द मिरर को बताया कि, ‘मुझे याद है कि यह ग्रीन टॉप था। जितना मुझे याद है कि स्टेडियम उस समय पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ था लेकिन आउटफील्ड काफी अच्छी थी। हमारा ड्रेसिंग रूम वहां है जहां इस समय ‘PD रूम’ है। हम लोग एक समय अपने पांच विकेट 169 रन पर खो चुके थे लेकिन फिर मैंने और घारवी ने 122 रन की साझेदारी की और अच्छे स्कोर पर हमारी टीम पहुंच गई।’
सुनील गावस्कर की बात की जाए तो इस मैच के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी धमाकेदार प्रदर्शन किया और तमाम फैंस का दिल जीत लिया। उन्होंने भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 34 टेस्ट शतक जड़े।