
भारतीय चयनकर्ताओं ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी तीन मैचों की एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय श्रृंखला के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की। यह श्रृंखला 30 नवंबर से शुरू होने वाली है। भारतीय टीम में, घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले ऋतुराज गायकवाड़ की वापसी हुई है।
साथ ही युवा सेंसेशन यशस्वी जायसवाल को भी टीम में शामिल किया गया है। जायसवाल ने अपने करियर में अब तक केवल एक ही वनडे मुकाबले में भाग लिया है। नियमित बल्लेबाज़ों जैसे शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर की अनुपलब्धता को देखते हुए, इस घरेलू श्रृंखला के लिए शुरुआती बल्लेबाज़ी लाइन-अप एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन चुका है।
इसी बीच पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ आकाश चोपड़ा ने गायकवाड़ की टीम में वापसी का स्वागत किया और स्वीकार किया कि उनके बेहतरीन घरेलू फॉर्म के कारण उनका चयन अनिवार्य था। हालाँकि, अपने यूट्यूब चैनल पर चर्चा करते हुए, चोपड़ा ने यह अनुमान लगाया कि शुरुआती मुकाबलों में जायसवाल को प्राथमिकता दिए जाने की अधिक संभावना दिखाई दे रही है।
रोहित शर्मा के साथ जायसवाल का सलामी जोड़ीदार बनना तय
चोपड़ा ने भविष्यवाणी की कि सलामी बल्लेबाज़ी की जिम्मेदारी अनुभवी रोहित शर्मा और जायसवाल के कंधों पर होगी, जिसके कारण गायकवाड़ को बाहर बैठना पड़ सकता है। चोपड़ा ने कहा, “ऋतुराज गायकवाड़ ने इतने रन बनाए हैं कि उनका चयन लगभग पक्का था, लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकते। यशस्वी जायसवाल को पहले मौका मिलना अनिवार्य है। भले ही ऋतुराज को टीम में चुना गया है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह प्लेइंग एलेवेन का हिस्सा होंगे। मैं जायसवाल को रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करते हुए देखता हूँ।”
सलामी बल्लेबाज़ों के अलावा, चोपड़ा ने ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी की भूमिका के बारे में भी चिंता जताई, जिन्हें चोटिल हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में चुना गया है। चोपड़ा ने रेड्डी से संबंधित टीम प्रबंधन की रणनीति पर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि टीम मैनेजमेंट द्वारा विभिन्न फॉर्मेट में रेड्डी का उपयोग असंगत रहा है।
चोपड़ा ने टिप्पणी करते हुए कहा कि, “अब तक, मैं यह समझ नहीं पा रहा हूँ कि टीम नितीश कुमार रेड्डी से क्या करवाना चाहती है। टेस्ट क्रिकेट में भी यही परेशानी है। वे उन्हें कभी बल्लेबाज़ी और कभी गेंदबाज़ी करवाते हैं। उन्होंने 10 मैच खेले हैं, लेकिन कोई भी उनकी भूमिका को अभी तक समझ नहीं पा रहा है। चल रहे टेस्ट में उन्होंने 150 ओवरों में से सिर्फ छह ओवर डाले, जो बहुत ही अजीब है। परन्तु, हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में यह अवसर उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।”
खैर, वनडे सीरीज का नेतृत्व भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी और विकेटकीपर-बल्लेबाज़ केएल राहुल करेंगे। यह श्रृंखला भारत के लिए भविष्य के असाइनमेंट से पहले अपनी बेंच स्ट्रेंथ का परीक्षण करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगी। सीरीज के तीन मैच रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में खेली जाएंगे।









