भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में भारतीय टीम बैटिंग से लेकर बॉलिंग तक हर डिपार्टमेंट में संघर्ष करती हुई नजर आई है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की टीम 46 रनों पर ऑलआउट हो गई, तो वहीं गेंदबाजी में भी टीम इंडिया के ऊपर 300 से अधिक रनों की लीड हो गई है।
न्यूजीलैंड की तरफ से उनके सलामी बल्लेबाज रचिन रवींद्र ने अभी तक शानदार बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों के नाक में दम कर दिया है। रचिन रविंद्र ने इस मुकाबले में अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक लगाया। इस मुकाबले में वे आतिशी अंदाज में खेले और न्यूजीलैंड के लिए इतिहास रचने में सफल हुए। पिछले एक दशक में कोई भी कीवी बल्लेबाज भारत में शतक नहीं जड़ पाया है, लेकिन रचिन रविंद्र ने ये कर दिखाया है।
12 साल बाद ऐसा करने वाले पहले कीवी बल्लेबाज बने रॉस टेलर
रचिन रविंद्र कीवी टीम के महान बल्लेबाज रॉस टेलर के बाद भारत में 12 साल के बाद शतक जड़ने कामयाब हुए। आखिरी बार भारत में रॉस टेलर ने साल 2012 में शतक जड़ा था। रॉस टेलर ने बेंगलुरु में ही साल 2012 में 113 रनों की पारी खेली थी। इसके 12 साल बाद रचिन रविंद्र के बल्ले से शतक निकला है। बाएं हाथ के बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने 124 गेंदों में 11 चौके और 2 छक्कों की मदद से अपना शतक इस मैच में पूरा किया।
इस मुकाबले की बात करें तो न्यूजीलैंड के पास 300 से अधिक रनों की बढ़त है। भारतीय टीम इस मैच में 46 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। ऐसे में अब टीम इंडिया पर पारी से हार का खतरा भी मंडरा रहा है। यहां से टीम इंडिया को इस मैच को अपने नाम करने के लिए जल्द से जल्द कीवी बल्लेबाजों को आउट करना होगा और उसके बाद भारत के बल्लेबाजों को बल्लेबाजी में अपना दमखम दिखाना होगा।
हालांकि, भारतीय टीम का पहला लक्ष्य ये होना चाहिए कि न्यूजीलैंड के बाकी बचे तीन विकेटों को अपने नाम करे। 8वें विकेट के लिए टिम साउदी और रचिन रविंद्र के बीच 120 से अधिक रनों से ज्यादा की साझेदारी हो चुकी है।