
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुई टेस्ट सीरीज के बाद, एक पूर्व भारतीय ऑल‑राउंडर इरफान पठान ने भारत के प्रदर्शन पर तीखी टिप्पणी की। उनका कहना है कि इस सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के मार्को यान्सेन ने हमारे स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से बेहतर प्रदर्शन किया।
यान्सेन को गुवाहाटी टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने गेंदबाज़ी और बल्लेबाजी दोनों में शानदार प्रभाव दिखाया और भारत की टीम को मुश्किल में डाल दिया। इसके विपरीत बुमराह जो पहले टेस्ट में 5 विकेट लेकर टीम के लिए उम्मीद बन गए थे। इस सीरीज में उतना असरदार नहीं दिखे।
पूर्व ऑल‑राउंडर ने कहा, यान्सेन ने प्रभाव के मामले में बुमराह को पीछे छोड़ दिया। चाहे गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, उन्होंने बाउंस और विकेट लिया, जबकि हमारी तेज गेंदबाजी, जिसे हम सर्वश्रेष्ठ मानते हैं, इस बार टिक नहीं पाई। अगर हम मानते हैं कि बुमराह सर्वश्रेष्ठ हैं, तो इस सीरीज ने दिखा दिया कि अभी भी कोई उनसे आगे दिख सकता है। टीम कई मोर्चों पर कमजोर रही टीम कॉम्बिनेशन हो या कौशल, कहीं भी टीम संतुलित नहीं दिखी।
भारत तीनों विभागों में दक्षिण अफ्रीका के आगे फीका पड़ा
यह टिप्पणी सिर्फ एक खिलाड़ी पर नहीं, बल्कि पूरी भारतीय टीम के प्रदर्शन की कमी को उजागर करती है। इस सीरीज में भारत बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों में पीछे रहा। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ खेला। उनके प्रदर्शन और टीम संयोजन ने भारत को हर मोर्चे पर मात दी।
खास बात यह है कि यह हार केवल एक मैच या एक पारी तक सीमित नहीं थी। यह भारत की कमजोरी का बड़ा संकेत है। मार्को यान्सेन का असर और विपक्षी टीम की रणनीति ने साबित कर दिया कि वर्तमान समय में भारत हर स्तर पर उनकी बराबरी नहीं कर पा रहा।
इस सीरीज से यह स्पष्ट हो गया कि सिर्फ नाम या मशहूर खिलाड़ी होना काफी नहीं है। टीम में संतुलन, तैयारी, सही रणनीति और मानसिक मजबूती होना जरूरी है। जब यान्सेन जैसे खिलाड़ी सामने हों और आपके पास कोई जवाब न हो, तो हार लगभग तय है।









