
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला का दूसरा मुकाबला गुवाहाटी में खेला जा रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, दक्षिण अफ्रीका ने बेहतरीन तथा उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। जिसके कारण वे शुरुआती दौर से ही मुकाबले में आगे हो गए। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंस पहले मुकाबले में जीत हासिल करने के बाद दूसरे मैच में भी अपना पूरा ज़ोर लगाते हुए नज़र आए हैं।
इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान और पूर्व मुख्य चयनकर्ता क्रिस श्रीकांत ने वर्तमान मुख्य कोच गौतम गंभीर पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने टेस्ट टीम के चयन में घोर असंगति बताते हुए टीम मैनेजमेंट की आलोचना की है। श्रीकांत की यह टिप्पणी तब आई जब भारत गुवाहाटी टेस्ट की पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका को 288 रनों की बड़ी बढ़त दे बैठा, जिससे टीम श्रृंखला हारने के कगार पर पहुँच चुकी है।
गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद से भारत के टेस्ट भाग्य में आई गिरावट की तीखी जाँच की जा रही है। श्रीकांत ने चिंताजनक रोटेशन नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “हर दूसरे मैच में कोई न कोई डेब्यू कर रहा है, इसे ‘ट्रायल एंड एरर’ कह सकते हैं। गंभीर जो चाहें कह सकते हैं पर मुझे कोई परवाह नहीं, बतौर पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता मैं जानता हूँ कि मैं क्या बोल रहा हूँ। टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको अपने खेमे में निरंतरता चाहिए।”
उन्होंने एक आँकड़े के साथ अपनी बात का समर्थन करते हुए कहा कि गंभीर के नेतृत्व में भारत ने केवल एक साल के भीतर 24 खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया है। जबकि विराट कोहली के सात सालों के कप्तानी कार्यकाल के दौरान कुल 41 खिलाड़ियों का ही उपयोग किया गया था।
नितीश रेड्डी के ऑलराउंडर दर्जे पर उठे सवाल
पूर्व सलामी बल्लेबाज़ ने खिलाड़ियों के अनियमित उपयोग पर विशेष रूप से सवाल उठाए। उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के अजीब मामले की ओर इशारा किया, जहाँ उन्होंने पहले टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी की थी और वहीं गुवाहाटी में उन्हें आठवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतारा गया।
श्रीकांत ने ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को टीम में शामिल किए जाने की सबसे आलोचना की, जिन्होंने पहली पारी में 10 रन बनाए थे। उन्होंने तर्क दिया कि प्रमुख बल्लेबाज़ शुभमन गिल की अनुपलब्धता के कारण, घरेलू परिस्थितियों में टीम को रेड्डी की जगह सरफराज़ खान जैसे विशेषज्ञ बल्लेबाज़ को खिलाना चाहिए था।









