
अनुभवी भारतीय बल्लेबाज़ शुभमन गिल को उप-कप्तान के रूप में राष्ट्रीय टी20 टीम में वापसी के बाद से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ दूसरे टी20आई में गोल्डन डक सहित उनके हालिया प्रदर्शन पर कई सवाल उठे हैं।
ऐसे समय में जब आलोचक खुले तौर पर टीम में उनकी जगह पर सवाल उठा रहे थे, गिल को गुजरात टाइटंस के हेड कोच आशीष नेहरा से ज़ोरदार समर्थन मिला है। नेहरा ने अपने फ़्रेंचाइजी कप्तान का पुरजोर बचाव किया और आलोचकों से आग्रह किया कि वे गिल जैसे हाई क्वालिटी प्लेयर को सिर्फ़ दो मैचों के आंकड़ों के आधार पर न आँकें।
इस मुद्दे पर बात करते हुए नेहरा ने तेज़-तर्रार टी20 प्रारूप में खिलाड़ियों का इतनी जल्दी आकलन ना करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा, “देखिए, आप जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, अगर आईपीएल तीन सप्ताह दूर भी होता, तो भी मुझे चिंता नहीं होती। आप टी20 प्रारूप की बात कर रहे हैं। और दक्षिण अफ्रीका के साथ सिर्फ़ दो मैच खेले गए हैं। यह हमारी समस्या है।अगर हम गिल जैसे खिलाड़ियों का मूल्यांकन दो-तीन मैचों के बाद करने लगेंगे, तो यह मुश्किल होगा।”
उन्होंने स्वीकार किया कि ख़राब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बदलने के विकल्प हमेशा मौजूद होते हैं, लेकिन अस्थिर आँकड़ों के आधार पर बार-बार बदलाव करने से टीम की समग्र स्थिरता और खिलाड़ियों के आत्मविश्वास के लिए महत्वपूर्ण मुश्किलें पैदा होती हैं।
सुंदर का भी किया बचाव
नेहरा ने अपना समर्थन वाशिंगटन सुंदर तक भी बढ़ाया। सुंदर भी आलोचना का सामना कर रहे हैं। उन्होंने हालिया टेस्ट और वनडे सीरीज़ में मिश्रित प्रदर्शन किया और उन्हें चल रहे टी20आई में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली है। नेहरा ने सुंदर को ट्रेड करने की किसी भी बात को तुरंत ख़ारिज कर दिया और बल्ले तथा गेंद दोनों से ऑलराउंडर के स्किल को सराहा।
कोच ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सुंदर किसी भी क्रम पर प्रभावी ढंग से बल्लेबाज़ी कर सकते हैं और वह एक ‘फुल पैकेज’ हैं, खासकर जब पिच की स्थितियाँ स्पिनरों को कुछ मदद देती हैं। नेहरा ने संयम बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि सुंदर केवल 25-26 वर्ष के हैं और अभी भी विकास कर रहे हैं।









