
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में क्रिकेट फैंस को एक से बढ़कर एक रोमांचक मुकाबले देखने को मिलते हैं। लीग के 18वें सीजन की शुरुआत 22 मार्च से होने जा रही है, जहां फैंस फिर से रोमांचक मुकाबले की उम्मीद लगाए बैठे हैं। आईपीएल में अभी तक कई बार सुपर ओवर भी खेले जा चुके हैं।
सुपर ओवर तब खेले जाते हैं जब दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो जाता है। ऐसे में मैच का नतीजा निकालने के लिए सुपर ओवर के तहत एक-एक ओवर खेला जाता है। लेकिन IPL 2025 के लिए सुपर ओवर के नियम में कुछ बदलाव हुए हैं।
सुपर ओवर को लेकर पहले था कुछ ऐसा नियम
आपको बता दें कि, साल 2019 तक मुकाबला टाई होने पर एक ही सुपर ओवर होता था। अगर सुपर ओवर भी टाई हो जाता था तो पूरे मैच में ज्यादा बाउंड्री (चौके-छक्के) लगाने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाता था, लेकिन अब सुपर ओवर तब तक कराया जाता है जब तक मैच का नतीजा नहीं निकल जाता। हालांकि बार-बार होने वाले सुपर ओवर मुकाबलों के लिए बीसीसीआई ने समय सीमा तय कर रखी है। अगर 20-20 ओवर का मैच बराबरी पर खत्म होता है तो आईपीएल में सुपर ओवर के लिए कुल 1 घंटे का समय दिया जाता है।
IPL में सुपर ओवर के लिए 60 मिनट वाला नियम
इसका मतलब है कि, मेन मैच पूरा होने के एक घंटे बाद तक विजेता का फैसला करने के लिए सुपर ओवर खेले जा सकते है। लेकिन बार-बार सुपर ओवर भी टाई होते है तो एक घंटे के बाद अंपायर मैच को रोक सकते हैं। नियम के मुताबिक, अगर मैच रेफरी को लगता है कि 1 घंटे की अवधि का उल्लंघन होने वाला है, तो वह कप्तानों को इस बात की जानकारी देगा कि कौन सा आखिरी सुपर ओवर होगा। अगर आखिरी सुपर ओवर में भी नतीजा नहीं निकलता है तो मैच बराबर पर ही खत्म कर दिया जाएगा और पॉइंट्स दोनों टीमों में बांटे जाएंगे।
ऐसे खेला जाता है सुपर ओवर
सुपर ओवर में दोनों टीमों को एक ओवर खेलने को मिलता है। जो टीम मैच में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करती है, उस टीम को सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करनी होती है। इस दौरान एक टीम की ओर से ज्यादा से ज्यादा तीन खिलाड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं। लेकिन 2 विकेट गिरते ही पारी समाप्त हो जाती है। अगर सुपर ओवर टाई हो जाता है तो दूसरे सुपर ओवर में वो टीम पहले बल्लेबाजी करती है जो पहले सुपर ओवर में बाद में बल्लेबाजी करती है। वहीं, एक बल्लेबाज कितने भी सुपर ओवर में बल्लेबाजी कर सकता है।