
आईपीएल 2026 ऑक्शन में भारतीय घरेलू क्रिकेट से एक नया सितारा सामने आया, जिसका नाम है प्रशांत वीर। मंगलवार शाम अबू धाबी में हुए ऑक्शन के दौरान यह नाम अचानक सुर्खियों में आ गया, जब उनकी कीमत 30 लाख रुपये के बेस प्राइस से बढ़कर सीधे 14.20 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
इस तरह उनकी कीमत में करीब 47 गुना से ज्यादा की उछाल देखने को मिला। आखिरकार चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने इस युवा ऑलराउंडर को अपनी टीम में शामिल किया, लेकिन इसके लिए उन्हें दूसरी टीमों से कड़ी टक्कर झेलनी पड़ी।
ऑक्शन की शुरुआत में राजस्थान रॉयल्स ने प्रशांत वीर में दिलचस्पी दिखाई, जबकि अंतिम दौर में सनराइजर्स हैदराबाद ने आक्रामक बोली लगाई। बावजूद इसके, CSK ने संयम और रणनीति के साथ बोली लगाते हुए 14.20 करोड़ रुपये में सौदा अपने नाम कर लिया। यह राशि आईपीएल इतिहास में अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए संयुक्त रूप से सबसे महंगी बोली है। साथ ही सीएसके द्वारा आईपीएल ऑक्शन में खरीदा गया, सबसे महंगा अनकैप्ड प्लेयर।
घरेलू क्रिकेट से निकली चमक
प्रशांत वीर का यह शानदार सफर घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन का नतीजा है। 20 वर्षीय यह खिलाड़ी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर हैं। उन्हें पहली बार पहचान तब मिली, जब उन्होंने यूपी टी20 लीग में नोएडा सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। दबाव में मैच का रुख पलटने की उनकी क्षमता ने चयनकर्ताओं और फ्रेंचाइजियों का ध्यान खींचा।
इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भी खुद को साबित किया। इस साल की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में प्रशांत वीर ने सीमित मौकों के बावजूद गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने सिर्फ 7 दिनों में 6 मैच खेले, जिसमें मुंबई और कोलकाता के बीच लगातार यात्रा करना शामिल था। यह उनके फिटनेस लेवल और मानसिक मजबूती को दिखाता है।
इस टूर्नामेंट में उन्होंने 112 रन बनाए, वो भी 170 के स्ट्राइक रेट से, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को दर्शाता है। गेंदबाजी में भी वह कमाल के रहे और उन्होंने 9 विकेट झटके, जबकि उनकी इकॉनमी सिर्फ 6.76 रही।
CSK ने क्यों लगाया बड़ा दांव?
चेन्नई सुपर किंग्स का प्रशांत वीर पर भरोसा अचानक नहीं आया। फ्रेंचाइजी ने उन्हें पहले ही ट्रायल्स के लिए बुलाया था, जहां उनकी स्किल्स और सोच ने टीम मैनेजमेंट को प्रभावित किया। CSK उन्हें भविष्य में रवींद्र जडेजा के उत्तराधिकारी के रूप में देख रही है।
प्रशांत वीर में वह सभी खूबियां मौजूद हैं, जो जडेजा को खास बनाती थीं। बाएं हाथ की स्पिन, निचले क्रम में तेज रन बनाने की क्षमता, बेहतरीन फील्डिंग और दबाव में शांत रहने का स्वभाव। सिर्फ 20 साल की उम्र में CSK को लगता है कि उन्होंने आने वाले कई सालों के लिए एक मजबूत खिलाड़ी को खोज लिया है।








