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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने टेस्ट क्रिकेट में स्लो ओवर रेट के लिए दिया अनोखा सुझाव
अभी तक टेस्ट में स्लो ओवर रेट के लिए ICC मैच फीस में कटौती करता है या WTC पॉइंट्स काटता है।
अद्यतन – जुलाई 27, 2023 6:16 अपराह्न
क्रिकेट के टेस्ट प्रारूप में वर्तमान में स्लो ओवर रेट के लिए ICC मैच फीस में कटौती करता है या वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) पॉइंट्स में कटौती करता है। वहीं लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में समय पर ओवर नहीं फेंके जाने पर अतिरिक्त फील्डर को सर्कल के अंदर बुला लिया जाता है।
इस बीच टेस्ट क्रिकेट में स्लो ओवर रेट के मामले पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर टॉम मूडी ने एक सुझाव दिया है। सुझाव के मुताबिक एक दिन में 90 ओवर किसी भी कीमत पर फेंके जाए और अगर कोई टीम ऐसा नहीं कर पाती है तो फिर लंच और टी ब्रेक के समय में कटौती कर दिया जाए।
स्लो ओवर रेट के लिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने दिया सुझाव
टॉम मूडी ने कहा, स्लो ओवर रेट, एक समाधान जिस पर विचार किया जाए। खेल में 90 ओवर अपेक्षित होने के कारण फील्डिंग पक्ष को उनका समय लेकर सजा दी जानी चाहिए। बस एक सत्र में 30 ओवरों की अपेक्षा करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो दिए गए ब्रेक से इसे लिया जाए। लंच से 20 मिनट और टी ब्रेक से 10 मिनट का समय कम कर दिया जाए।
उन्होंने आगे कहा, खेल खत्म होने पर 30 मिनट की विंडो में अधूरे ओवर पूरे किए जा सकते हैं। कुल अतिरिक्त समय 60 मिनट का बनेगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टॉम मूडी के सुझाए गये नियम पर आईसीसी कोई स्टैंड लेता है या नहीं।
हाल ही में डरबन में हुए ICC की एक बैठक में सुझाव दिया गया था कि अगले WTC चक्र के लिए ऑन फील्ट पेनाल्टी लागू किया जाना चाहिए। अभी तक ICC के नियमों के अनुसार टेस्ट क्रिकेट में हर घंटे 15 ओवर फेंके जाने चाहिए। अगर टीमें टाइम लिमिट से अधिक समय लेती हैं तो खेल के लंबे प्रारूप में मैच फीस या WTC अंक काट लिए जाते हैं।
जून में स्लो ओवर रेट के लिए नियम की हुई थी घोषणा
ICC ने जून 2023 में टेस्ट क्रिकेट में स्लो ओवर रेट के लिए एक नए नियम की घोषणा की। जिसके मुताबिक खिलाड़ियों को अब आवंटित समय के बाद फेंके गए प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 5% काटा जाएगा। जबकि अधिक से अधिक 50% जुर्माना होगा।
बता दें कि पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच WTC फाइनल 2023 के दौरान खिलाड़ियों पर उनकी मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया था।
इसके अलावा नए संशोधनों के अनुसार अगर कोई टीम नई गेंद लेने से पहले ऑलआउट हो जाती है, जो एक पारी में 80 ओवर के बाद लिए जाते हैं, तो गेंदबाजी पक्ष की ओर से स्लो ओवर रेट होने के बावजूद उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा। अब तक यह सीमा 60 ओवर थी, जिसे अब बढ़ाकर 20 ओवर और कर दिया गया है।
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