भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा बल्लेबाज प्रतीका रावल ने अपने दमदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींच लिया है। जो खिलाड़ी कुछ समय पहले तक अपने स्ट्राइक रेट को लेकर आलोचना का शिकार थीं, वही अब महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाली भारतीय बल्लेबाज बन गई हैं।
यह ऐतिहासिक उपलब्धि उन्होंने आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मैच के दौरान हासिल की। जब उन्होंने अपनी पारी में 15 रन बनाए, तो उन्होंने यह बड़ा मील का पत्थर पार कर लिया। प्रतीका ने यह रिकॉर्ड सिर्फ 23 पारियों में पूरा किया है, जिससे वे ऑस्ट्रेलिया की लिंडसे रीलर के साथ संयुक्त रूप से सबसे तेज़ बल्लेबाज बन गई हैं।
प्रतीका रावल ने सिर्फ 23 पारियों में पूरे किए 1000 रन
इस रिकॉर्ड लिस्ट में प्रतीका से पीछे मेग लैनिंग और निकोल बोल्टन जैसे नाम हैं, जिन्होंने 25 पारियों में 1000 रन पूरे किए थे। वहीं, बेलिंडा क्लार्क ऑस्ट्रेलिया और लौरा वोल्वार्ड्ट दक्षिण अफ्रीका ने यह उपलब्धि 27 पारियों में हासिल की थी।
प्रतीका रावल ने 2024 में भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था और तब से अब तक 28 मैचों में 1000 से अधिक रन बना चुकी हैं। उनका औसत करीब 50 रन प्रति पारी का है। उन्होंने एक शतक और सात अर्धशतक भी लगाए हैं। उनकी बल्लेबाजी में स्थिरता और शॉट सेलेक्शन की समझ ने उन्हें टीम इंडिया की सबसे भरोसेमंद ओपनर बना दिया है।
यही नहीं, इस साल की शुरुआत में उन्होंने एक और रिकॉर्ड तोड़ा था। उन्होंने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान शार्लोट एडवर्ड्स को पीछे छोड़ते हुए महिला वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 500 रन पूरे करने का कीर्तिमान बनाया था। यह उपलब्धि उन्होंने केवल 8 पारियों में हासिल की थी।
अब भारतीय टीम से उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। टीम अगर 23 अक्टूबर को न्यूज़ीलैंड को हरा देती है, तो वह सेमीफाइनल में जगह बना लेगी। अगला मैच 26 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ खेला जाएगा, और सभी की निगाहें फिर से प्रतीका रावल पर टिकी होंगी, जो अब भारतीय महिला क्रिकेट की नई पहचान बन चुकी हैं।








