
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को 30 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर दबाव में आ गए हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, BCCI गंभीर के पोस्ट-मैच बयान से खुश नहीं है, खासकर उनके द्वारा कोलकाता की पिच का बचाव करने पर बोर्ड नाराज बताया जा रहा है।
भारत लगातार तीसरी घरेलू टेस्ट सीरीज हार चुका है, जिससे टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। मैच में चौथी पारी में भारत मात्र 93 रन पर ऑल आउट हो गया, जिसके बाद पिच को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई।
पिच काली मिट्टी की थी, जिस पर गेंद तेजी से घूम रही थी और असमान उछाल था। उम्मीद थी कि गंभीर इस पर नाराजगी जताएंगे, लेकिन उन्होंने उलटा पिच की तारीफ की और कहा कि यह वही पिच है जिसकी हमने मांग की थी।
गौतम गंभीर ने यह बयान कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहले टेस्ट मैच के बाद दिया था। यह बात पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस मीडिया से बातचीत के दौरान कही गई थी।
गंभीर का यह बयान BCCI अधिकारियों को पसंद नहीं आया, क्योंकि फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञ पहले ही टीम की कमजोरी और गलत रणनीति पर सवाल उठा रहे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, BCCI को लगा कि इस समय पिच का बचाव करना एक गलत संदेश देता है और इससे आलोचना और बढ़ सकती है।
NDTV की रिपोर्ट में कहा गया है –
BCCI गंभीर की स्पष्ट टिप्पणी से खुश नहीं है, लेकिन फिलहाल कोई बड़ा कदम नहीं उठाया जाएगा। हालांकि, गंभीर की कोचिंग पोजीशन अब काफ़ी ध्यान से देखी जाएगी, और 2026 T20 वर्ल्ड कप उनके लिए मेक और ब्रेक साबित हो सकता है। यदि भारत घरेलू वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो बोर्ड गंभीर की भूमिका पर पुनर्विचार कर सकता है।
BCCI जल्द ही गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर के साथ प्रदर्शन समीक्षा बैठक भी करने वाला है। हालांकि, टेस्ट में नतीजे खराब रहे हैं, लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट में गंभीर के नेतृत्व में भारत ने एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीती है, इसलिए वे अभी भी बोर्ड के लिए महत्वपूर्ण हैं। आने वाले महीनों में गंभीर और भारतीय टीम के प्रदर्शन पर सबकी नजरें रहेंगी यह उनके करियर का निर्णायक समय हो सकता है।









