
भारतीय क्रिकेटर और महिला विश्व कप विजेता ऋचा घोष ने आधिकारिक तौर पर पश्चिम बंगाल पुलिस में अपना कार्यभार संभाल लिया है। 22 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज को पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में नियुक्त किया गया है। वह सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के रूप में अपनी सेवाएं देंगी। यह नियुक्ति भारत की ऐतिहासिक महिला विश्व कप खिताबी जीत में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से एक सम्मान के रूप में की गई है।
22 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋचा ने भबानी भवन में अपने ड्यूटी के लिए रिपोर्ट किया, जहाँ उन्होंने राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार से मुलाकात की और अपनी आधिकारिक वर्दी प्राप्त की। पश्चिम बंगाल पुलिस ने उनके इंडक्शन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए।
ऋचा घोष के विश्व कप योगदान का पश्चिम बंगाल ने किया सम्मान
ऋचा घोष ने भारत की विश्व कप जीत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। जहाँ उन्होंने आठ पारियों में 39.16 की औसत और 133 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 235 रन बनाए थे। उनके महत्वपूर्ण योगदान में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 94 रनों और फाइनल में 34 रनों की महत्वपूर्ण पारियाँ शामिल थीं। साथ ही साथ दबाव में ऋचा की पावर-हिटिंग और विकेट के पीछे उनके योगदान की व्यापक रूप से प्रशंसा की गई थी।
सिलीगुड़ी की रहने वाली ऋचा घोष राज्य की पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने विश्व कप ट्रॉफी जीती है। यह नियुक्ति बंगाल के खेल जगत और पुलिस बल दोनों के लिए गर्व का विषय है, जो उनकी दोहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
विश्व कप जीत के तुरंत बाद, राज्य सरकार ने उन्हें बंग भूषण पुरस्कार, एक सोने का बल्ला और गेंद, और 34 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से डीएसपी नियुक्ति पत्र सौंपा था और यह आशा व्यक्त की थी कि वह क्रिकेट और राष्ट्र सेवा के बीच संतुलन बनाए रखेंगी। बाद में सिलीगुड़ी में उनके नाम पर एक क्रिकेट स्टेडियम बनाने की भी घोषणा की थी।









