अनुभवी खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने काफी लंबे समय के बाद श्रीलंका टी20 टीम में वापसी की और जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले में 38 गेंदों में 46 रनों की बहुमूल्य पारी खेली और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
बता दें, इस मैच को जीतने के लिए श्रीलंका को 144 रनों की जरूरत थी और उन्होंने अंतिम गेंद पर यह मैच अपने नाम किया। श्रीलंका की ओर से और भी खिलाड़ियों ने इस मैच में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मेजबान ने जिम्बाब्वे को तीन विकेट से हराया।
हालांकि मैच खत्म होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज में श्रीलंका टीम के चयन पैनल को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि चयन पैनल फैसला लेने से पहले एजेंडा पर बातचीत करते हैं और फिर अपना पक्ष रखते हैं। इसी के साथ आज हम आपको बताते हैं एंजेलो मैथ्यूज के तीन विवादित बयान के बारे में जो काफी चर्चा में रहे।
1- ‘अनियंत्रित खिलाड़ियों’ का एंजेलो मैथ्यूज का बयान
Angelo Mathews. (Photo Source: Getty Images)
2016 में श्रीलंका के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने दुर्व्यवहार के आरोपों में फंसे अपने टीम के साथियों को लेकर कहा था कि वो उन पर बिल्कुल भी दया नहीं दिखाएंगे और जो फैसला लिया जाएगा इस पर अटल रहेंगे। श्रीलंका के खेल मंत्री ने इस चीज को लेकर चिंता व्यक्त की थी की टीम के भीतर नशा काफी बढ़ गया है और आंतरिक विवादों को लेकर भी टीम में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
मैथ्यूज ने पुष्टि की कि खिलाड़ियों के देर रात तीन या चार बजे तक पार्टी में भाग लेने और टीम के भीतर तनाव और अंतरिम कोच जेरोम जयरत्ने सहित अन्य के साथ तनाव की आधिकारिक जांच शुरू कर दी गई है।
एंजेलो मैथ्यूज ने बयान दिया था कि, ‘मैं ना तो इस बात की पुष्टि कर सकता हूं और ना ही यह कह सकता हूं कि यह सब झूठी खबर है। लेकिन मैं अपनी तरफ से यह बोल सकता हूं कि जो भी खिलाड़ी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।’