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क्रिकेट में किसी न किसी खिलाड़ी या टीम के बीच कई बार जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिली है। यही नहीं ऐसा भी देखा गया है कि कई खिलाड़ी मुकाबले के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के राजनीतिक दिशानिर्देशकों को चुनौती दे रहे हैं।
दरअसल खिलाड़ी किसी न किसी राजनीतिक मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देना चाहते हैं और वो मैच के दौरान कुछ ऐसा कर जाते हैं जो आईसीसी नियम में लागू नहीं होता है जिसके बाद उन पर भारी जुर्माना लगाया जाता है।
आज हम आपको बताते हैं ऐसे ही चार उदाहरण के बारे में जब क्रिकेटर्स ने आईसीसी के राजनीतिक दिशानिर्देशकों को चुनौती दी।
1- एंडी फ्लॉवर और हेनरी ओलंगा
Andy Flower. (© Getty Images)
1990 के समय में जिंबॉब्वे टीम को काफी मजबूत माना जाता था। चाहे टेस्ट फॉर्मेट हो या वनडे जिंबॉब्वे को हराना काफी मुश्किल था। दरअसल उस समय जिंबॉब्वे टीम की ओर से एंडी फ्लॉवर और तेज गेंदबाज हेनरी ओलंगा खेलते थे जिन्होंने अपने दम पर जिंबॉब्वे को कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में जीत दिलाई।
2003 वर्ल्ड कप दक्षिण अफ्रीका, जिंबॉब्वे और केन्या में होस्ट किया गया था। हेनरी ओलंगा और फ्लॉवर ने इस टूर्नामेंट के दौरान उस समय के जिंबॉब्वे के राष्ट्रपति Robert Mugabe के खिलाफ बगावत करने का विचार बनाया। इस टूर्नामेंट के दौरान जिंबॉब्वे के मुकाबलों में इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधी। इसके बाद आईसीसी ने ‘कपड़े और उपकरण नियम’ के बनाने का फैसला किया।