महिला प्रीमियर लीग 2024 की शुरुआत 23 फरवरी से हो रही है और तमाम लोग इस शानदार टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम की कप्तान स्मृति मंधाना का मानना है कि पिछले संस्करण से टीम आगामी संस्करण में काफी बेहतर है और उन्हें पूरा भरोसा है कि 2024 सीजन की ट्रॉफी को वो अपने नाम जरूर करना चाहेंगी।
टीम का प्रदर्शन पहले सीजन में काफी निराशाजनक रहा था और आरसीबी नॉकआउट में अपनी जगह नहीं बना पाई थी। स्मृति मंधाना भी पहले सीजन में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही थी। बता दें, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर महिला प्रीमियर लीग 2024 का अपना पहला मुकाबला 24 फरवरी को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में यूपी वारियर्स के खिलाफ खेलेगी।
स्मृति मंधाना भी यही चाह रही है कि 2024 सीजन में उनकी टीम और भी अच्छा प्रदर्शन करें। उन्होंने अपनी टीम की जमकर प्रशंसा की है और आगामी सीजन में वो खुद भी अच्छी बल्लेबाजी करना चाहेगी।
स्मृति मंधाना ने जिओसिनेमा पर कहा कि, ‘मैं यही चाहूंगी कि पहले सीजन से बेहतर हम लोग आगामी सीजन में प्रदर्शन करें। आरसीबी टीम की ओर से देखा जाए तो हमने कुछ खिलाड़ियों को रिलीज किया और नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। टीम का बैलेंस पहले से काफी अच्छा हो गया है और हमें अपनी काबिलियत पर भरोसा है। घरेलू क्रिकेट ने मेरी काफी मदद की है और मैंने जमकर अभ्यास भी किया है। टीम में कुछ ऐसी खिलाड़ी भी हैं जो इस समय काफी अच्छे फॉर्म में है और आगामी सीजन में वो अपनी छाप जरूर छोड़ना चाहेंगी।’
इस सीजन में हमें अपनी ताकत और कमजोरी के बारे में पता होना चाहिए: स्मृति मंधाना
स्मृति मंधाना ने आगे कहा कि, ‘पिछले सीजन में हम टूर्नामेंट से सिर्फ दो दिन पहले टीम से जुड़े थे। हमें 90% अपने खिलाड़ियों के बारे में नहीं पता था। हमें नहीं पता था कि क्या करना है और बाकी खिलाड़ी क्या कर सकते हैं। आगामी सीजन में हमें अपनी कमजोरी और ताकत के बारे में पता होना चाहिए ताकि हम अच्छा प्रदर्शन कर सकें। महिला प्रीमियर लीग छोटा टूर्नामेंट है और बदलाव करना सभी के लिए काफी मुश्किल है।
हम इस समय ज्यादा दूर के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हमारी फ्रेंचाइजी के लोग काफी अच्छे हैं और वो हम सभी को काफी सपोर्ट भी करते हैं। पिछले संस्करण में हम लगातार चार मैच हारे थे लेकिन उसके बावजूद उन्होंने हमें जमकर चीयर किया। हम खुद अपने फैंस के लिए ट्रॉफी को जीतना चाहते हैं।’