आईपीएल 2024 का 13वां मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स (DC) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच 31 मार्च को खेला गया, जिसमें दिल्ली ने 20 रनों से जीत दर्ज की। जितने भी फैंस इस मैच को स्टेडियम और टीवी पर देख रहे थे उनके लिए यह मैच किसी सपने के जैसा ही था। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने लगभग 1 साल के बाद देश के सबसे पसंदीदा ऋषभ पंत और एमएस धोनी की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी देखी। सबसे अच्छी बात यह थी कि दोनों खिलाड़ी ने यह पारी एक ही मैच में खेली और अपने-अपने टीमों के लिए छक्के-चौके लगाए।
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी की और डेविड वार्नर-पृथ्वी शॉ की जोड़ी ने 10 ओवर में 93 रन बनाए। जब ऋषभ पंत क्रीज पर आए तो उन्हें सेट होने में समय लगा। उन्होंने 23 रन थोड़ी धीमी रफ्तार से बनाए लेकिन अपने पारी के आखिरी 9 गेंदों में छक्के-चौके की मदद से 28 रन जड़े। लेकिन जैसे ही उनका अर्धशतक पूरा हुआ, पंत उसी ओवर में मथीशा पथिराना के शिकार हो गए जिसमें वह उन्हें छक्के-चौके लगा रहे थे। उन्होंने 32 गेंदों का सामना किया और 4 चौके और 3 छक्के की मदद से 51 रनों की धांसू पारी खेली।
दिसंबर 2022 में हुए एक्सीडेंट के बाद से पंत की 14 महीनों बाद आईपीएल में वापसी हुई है और इतने लंबे समय के बाद उनके बल्ले से अर्धशतक निकला, जिसे देखकर फैंस की आँखों में आँसू आ गए, हो भी क्यों न उनके चहेते ने शेर की दहाड़ मारी है और अपनी वापसी के संकेत दिए हैं।
क्या ऋषभ पंत को खुद पर विश्वास था?
ऋषभ पंत ने दिल्ली की पारी के 18वें ओवर में मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर एक हाथ से छक्का जड़ा। उनका यह एक हाथ से छक्के लगाना फैंस को काफी पसंद हैं और पंत इसलिए फेमस हैं। मैच के बाद पंत ने कहा कि उन्होंने अपना ट्रेडमार्क शॉट लगाने के लिए काफी लंबे समय तक इंतजार किया था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पहले से विश्वास था की वह मजबूत वापसी करेंगे और गेंदबाजों पर पहले जैसे हावी होंगे।
जब पंत से पूछा गया कि क्या बाकी क्रिकेट जगत की तरह वह भी खुद को एक हाथ से सिक्स मारते हुए देखने का इंतजार कर रहे थे, तो उन्होंने कहा, “डेढ़ साल।”
उन्होंने कहा, “मैंने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं मैच बदल सकता हूं। यह ऐसी चीज है जिस पर मैंने अपना जीवन बनाया है। एक क्रिकेटर के रूप में अभी भी सीखना जारी रखा है।”