इंग्लैंड की टीम इतिहास रचने की उम्मीद के साथ 2024 टी-20 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए उतरेगी, क्योंकि उनका लक्ष्य मेगा इवेंट में अपने खिताब को डिफेंड करने का होगा। जोस बटलर की अगुवाई वाली टीम टूर्नामेंट के इतिहास में तीसरी बार खिताब जीतने वाली पहली टीम बनने की कोशिश करेगी। इंग्लैंड ने इससे पहले 2010 और 2022 में खिताब जीता था।
दो बार की चैंपियन इंग्लैंड पिछले 10 वर्षों से व्हाइट बॉल क्रिकेट में सबसे प्रभावशाली टीमों में से एक रही है और वेस्टइंडीज और यूएसए में एक और अच्छे प्रदर्शन के साथ अपना दबदबा बनाने की कोशिश करेगी। चूंकि इयोन मोर्गन ने 2015 में टीम की कमान संभाली और उन्होंने व्हाइट बॉल क्रिकेट को पूरी तरह से बदल दिया। इंग्लैंड 2016 और 2021 में सेमीफाइनल में पहुंचा था, जबकि 2022 में ट्रॉफी जीती थी।
इंग्लैंड को स्कॉटलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ओमान और नामीबिया के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। यदि वे सुपर आठ में पहुंचते हैं, तो बटलर एंड कंपनी ग्रुप 2 में होगी, यदि वेस्ट इंडीज, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका सभी ग्रुप से आगे निकल जाते हैं तो उनका उनके ग्रुप में होना तय है।
इंग्लैंड संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में टूर्नामेंट का एक भी मैच नहीं खेलेगा, ग्रुप चरण के सभी मैच वेस्टइंडीज में होंगे, जबकि सुपर 8 के सभी मुकाबले और नॉकआउट चरण कैरेबिया में होने वाले हैं। इस आर्टिकल में आज हम इंग्लैंड की ताकत, कमजोरी और उनकी टीम के लिए क्या खतरा बन सकता है उस बारे में बात करेंगे।
Strength
इंग्लैंड की सबसे बड़ी ताकत उनकी बल्लेबाजी इकाई के रूप में आती है, जो किसी भी विपक्षी टीम से मैच को छीनने की क्षमता रखती है। उनके टॉप छह, जिसमें जोस बटलर, फिल साल्ट, विल जैक, जॉनी बेयरस्टो, हैरी ब्रूक और लियाम लिविंगस्टोन शामिल हैं। अगर ये सभी बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान फिट रहते हैं तो इंग्लैंड इस वर्ल्ड कप की सबसे खतरनाक टीम बनकर सामने आ सकती है।
शायद उनकी गेंदबाजी अन्य टीमों को उतनी खतरनाक नहीं लगे, लेकिन रीस टॉपली और सैम करन के रूप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज, जोफ्रा आर्चर या मार्क वुड के रूप में तेज गेंदबाज और क्रिस के रूप में डेथ ओवर स्पेशलिस्ट के साथ उनका बॉलिंग डिपार्टमेंट मजबूत नजर आ रहा है। इसके अलावा, आदिल राशिद के रूप में उनके पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रिस्ट स्पिनरों में से एक भी है। मोईन अली, विल जैक्स और लियाम लिविंगस्टोन जैसे खिलाड़ी उन्हें स्पिन गेंदबाजी के लिए विभिन्न विकल्प प्रदान करते हैं, जो वेस्टइंडीज की धीमी पिच पर बेहद मददगार होंगे।
Weakness
अगर इंग्लैंड की बल्लेबाजी यूनिट उनकी ताकत है, तो यह टीम में एक बड़ी कमजोरी भी है, क्योंकि उनके टॉप छह में एक भी बाएं हाथ का खिलाड़ी नहीं है। जबकि उनका टॉप और मिडिल ऑर्डर बेहद विस्फोटक हैं, लेकिन वो सभी एक तरह के प्लेयर हैं जो उन्हें कमजोर बनाती है। बल्लेबाजी क्रम में पहले बाएं हाथ के बल्लेबाज केवल मोईन अली और सैम करन के लिए सातवें और आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे।
Opportunity
इंग्लैंड के पास इतिहास में तीन अलग-अलग मौकों पर टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बनने का मौका है। उस सपने को साकार करने में उनका मिडिल ऑर्डर अहम भूमिका निभाएगा। उन्हें वेस्टइंडीज की धीमी परिस्थितियों में निडर क्रिकेट खेलने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है और यह देखने की जरूरत है कि वे कितनी अच्छी तरह से वहां की परिस्थिति में खुद को ढाल सकते हैं।
Threats
इंग्लैंड के कई क्रिकेटर चोटिल होते रहते हैं। जोफ्रा आर्चर इस सूची में टॉप पर हैं और लिविंगस्टोन और वुड जैसे खिलाड़ियों को भी अपने करियर में कई चोटों का सामना करना पड़ा है। टूर्नामेंट जीतने के लिए मैनेजमें को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक खिलाड़ी अंतिम दिन तक फिट रहे। बहुत सारे खिलाड़ी लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं, इसलिए चोटें लग सकती हैं और अगर ऐसा होता है, तो यह इंग्लैंड का वर्ल्ड कप जीतने का सपना तोड़ सकता है।