
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आईपीएल 2025 के फाइनल में पंजाब किंग्स को हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। 18 साल के लंबे इंतजार के बाद जब आरसीबी ने ट्रॉफी जीती, तो फैन्स अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए। उन्होंने जमकर जश्न मनाया। फ्रेंचाइजी ने भी बेंगलुरु में विक्ट्री परेड निकालने का फैसला किया।
हालांकि, बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ ने इस खुशी के पल को गम में बदल दिया। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए। मामले में पुलिस ने KSCA, आरसीबी और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए कुछ गिरफ्तारियां भी की।
इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने आरसीबी के जश्न के दौरान भगदड़ पर हैरान करने वाली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा अन्य टीमों का जश्न कम उन्मादी रहा है।
अगर आरसीबी ने पहले कुछ सालों में ट्रॉफी जीती होती, तो…
गावस्कर ने मिड-डे कॉलम में लिखा, ‘अगर आरसीबी ने पहले कुछ सालों में ट्रॉफी जीती होती, तो 18 साल के लंबे इंतजार के बाद इतनी भावनाएं नहीं उमड़तीं। दूसरी टीमें जीती हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा उन्मादी जश्न नहीं मनाया, शायद इसलिए क्योंकि उनके फैन्स को इतना लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा। ‘ई साला कप नामदे’ का नारा टीम के गले में एक बड़े पत्थर की तरह लग रहा था। लेकिन इस साल, टीम ने शानदार क्रिकेट खेला।’
उन्होंने आगे कहा, ‘आरसीबी ने हर एक मैच जीता, जो उन्होंने बाहर खेला, यह आईपीएल में एक नया रिकॉर्ड है। कोई आश्चर्य नहीं कि घरेलू फैन्स उन्हें विशेष तरीके से चीयर करना चाहते थे। भगदड़ में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति हार्दिक संवेदना है। फैन्स की प्रार्थनाएं किस्मत बदल सकती हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनके प्रियजनों की प्रार्थनाओं ने उस कप को बेंगलुरु तक लाने में योगदान दिया।’
गावस्कर ने आगे लिखा, ‘यह कैसी त्रासदी है? चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ के कारण हुई लोगों की मौत दिल दहला देने वाली है। वे लोग बस उन खिलाड़ियों की एक झलक पाना चाहते थे, जिन्होंने उन्हें वर्षों से, खासकर पिछले दो महीनों में इतनी खुशी दी थी। हर साल जिस ट्रॉफी के जीतने की उम्मीद करते थे, लेकिन कभी नहीं हुई। और आखिरकार 18 साल के इंतजार के बाद उनके पास आई।’









