बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में 2-0 से शर्मनाक हार, ड्रेसिंग रूम में झगड़े और टीम के भीतर गुटबाजी की खबरें, पाकिस्तान क्रिकेट हाल के दिनों में बुरे दौर से गुजर रहा है। पीसीबी मैनेजमेंट और सभी प्रारूपों की टीमों में नियमित रूप से बदलाव के साथ, पाकिस्तान क्रिकेट का पतन सभी के लिए चिंता का गंभीर विषय बन गया है।
इन सबको देखते हुए दानिश कनेरिया ने सलाह दी है कि, पाकिस्तान को गौतम गंभीर जैसे सख्त कोच की जरूरत है, जो ऑन फील्ड और ऑफ फील्ड टीम के मसलों को सुलझा सके। पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान ने गैरी कर्स्टन को वाइट-बॉल कोच और जेसन गिलेस्पी को टेस्ट टीम का कोच नियुक्त किया। हालांकि इस बदलाव से पाकिस्तान को कुछ फायदा नहीं हुआ। पाकिस्तान का 2024 के टी20 विश्व कप में प्रदर्शन खराब रहा, जहां वे ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गए।
दानिश कनेरिया ने बताई पाकिस्तान क्रिकेट की सबसे बड़ी कमजोरी
बांग्लादेश के खिलाफ दो मैच की टेस्ट सीरीज में भी पाकिस्तान की टीम को हार का सामना करना पड़ा है। रिपब्लिक मीडिया से बात करते हुए कनेरिया ने कहा कि पाकिस्तान में कप्तान बदलते रहते हैं। कनेरिया ने कहा कि अगर वह किसी को कप्तान बनाते हैं, तो उसे एक साल तक टीम की अगुवाई करने की अनुमति दी जाएगी, बशर्ते वह व्यक्ति अच्छा प्रदर्शन करे। पूर्व स्पिनर ने कहा कि कोच को कड़े फैसले लेने की जरूरत है।
कनेरिया ने कहा, ”हर चीज को हल्के में लिया जाता है; यही कारण है कि पाकिस्तान क्रिकेट का पतन कप्तान बनाने, कप्तान बदलने के माध्यम से हुआ है। यह काम नहीं करेगा। अपने कप्तान के साथ बने रहें। ठीक है हमने उसे एक साल के लिए कप्तान बनाया है। मैं उससे एक साल बाद सवाल करूंगा। कोई भी उसे नहीं छूएगा, तुम्हें मेरा पूरा समर्थन है, लेकिन तुम्हें अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अगर तुम अच्छा प्रदर्शन नहीं करोगे, तो तुम बाहर हो जाओगे, इसलिए तुम्हें कठोर निर्णय लेने होंगे। अगर तुम कठोर निर्णय नहीं लोगे, तो चीजें ठीक नहीं होंगी।”
पूर्व लेग स्पिनर ने आगे कहा कि, ”अन्य टीमें अच्छा क्यों कर रही हैं? भारतीय टीम क्यों अच्छा कर रही है? उनके पास राहुल द्रविड़ थे, जिन्होंने अच्छे से काम किया और अब गौतम गंभीर है। एक शानदार खिलाड़ी और व्यक्ति। जिस तरह से वह प्रतिक्रिया करता है, वह उसके चेहरे पर दिखता है। वह पीछे जाकर बुराई नहीं करता, वह सीधे चेहरे पर होता है। आपको ऐसा ही होना चाहिए। आपको मजबूत होना चाहिए, और एक मजबूत व्यक्ति की तरह, आपको चेहरे पर निर्णय लेना चाहिए, पीछे से नहीं।”