
14 वर्षीय क्रिकेट सनसनी वैभव सूर्यवंशी ने 2025 में भारत में गूगल पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले व्यक्ति बनकर इतिहास रच दिया है। गूगल की ‘ईयर इन सर्च 2025’ की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेटरों ने इस वर्ष भारत में ऑनलाइन खोजों का नेतृत्व किया, लेकिन इस सूची में सबसे ऊपर युवा सूर्यवंशी का नाम रहा। उनकी प्रसिद्धि में यह जबरदस्त उछाल आईपीएल, इंडिया ए मैचों और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी सहित घरेलू और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन के कारण आया है।
बिहार के इस युवा बल्लेबाज ने कम उम्र में ही कई लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और अब वे भारत की अगली पीढ़ी की बल्लेबाजी प्रतिभा का चेहरा बन गए हैं। वैभव सूर्यवंशी ने महज 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में पदार्पण कर सुर्खियां बटोरी थीं।
एक ऐसे वर्ष में जब बड़े सितारों, अभिनेताओं और राजनेताओं को पीछे छोड़ते हुए एक युवा प्रतिभा ने यह मुकाम हासिल किया। यह भारतीय खेल रवैये पर उनके आक्रामक बल्लेबाजी शैली के प्रभाव को दर्शाता है। इस सूची में खोजे गए अन्य प्रमुख क्रिकेटरों में प्रियांश आर्या, अभिषेक शर्मा, शेख रशीद, आयुष म्हात्रे और जेमिमा रोड्रिग्स भी शामिल हैं।
आईपीएल 2025 के दौरान आसमान छूई सूर्यवंशी की प्रसिद्धि
14 वर्षीय बिहार के वैभव सूर्यवंशी की प्रसिद्धि तब आसमान छू गई, जब वह आईपीएल में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष क्रिकेटर बन गए। राजस्थान रॉयल्स की ओर से गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेलते हुए, इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने केवल 38 गेंदों पर 101 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने 7 चौके और 11 छक्कों की मदद से केवल 35 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज और किसी भारतीय द्वारा लगाया सबसे तेज शतक है। इस पारी ने उन्हें रातों-रात क्रिकेट की दुनिया का स्टार बना दिया।
इसके बाद उन्होंने अपनी इस कमाल की फॉर्म को जारी रखा। कतर में राइजिंग स्टार्स एशिया कप के दौरान, उन्होंने यूएई के खिलाफ सिर्फ 42 गेंदों में 144 रन बनाए, जिसमें 32 गेंदों में उनका शतक भी शामिल था। इस पारी में 11 चौके और 15 छक्के शामिल थे, जो टी-20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक बाउंड्री वाली पारियों में से एक है।
एक महीने बाद, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने बिहार के लिए खेलते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ 58 गेंदों में नाबाद 108 रन बनाए। इस पारी से वह टूर्नामेंट के इतिहास में शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। यह उनका तीसरा टी-20 शतक था, जिससे वह 15 साल की उम्र से पहले तीन टी-20 शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने।









