हाल के दिनों में भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शाॅ (Prithvi Shaw) चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हालांकि, एक समय सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का मिला जुला रूप कहे जाने वाले पृथ्वी को टीम इंडिया से बाहर हुए काफी समय हो गया है। फिलहाल देखकर नहीं लग रहा है कि वह आने वाले समय में टीम इंडिया में जल्द ही खेलते हुए नजर आएंगे।
पिछले महीने सऊदी अरब के जेद्दाह शहर में हुए आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में पृथ्वी शाॅ को किसी भी टीम ने 75 लाख के बेस प्राइस में भी नहीं खरीदा था। तो वहीं अब उन्हें विजय हजारे टूर्नामेंट 2024 के लिए मुंबई क्रिकेट टीम से भी बाहर कर दिया गया है।
हालांकि, इससे पहले वह हाल में ही सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में मुंबई टीम की ओर से खेलते हुए नजर आए थे। लेकिन इसके बाद भी उन्हें VHT के लिए मुंबई टीम में जगह नहीं मिली है। तो वहीं हाल में ही पृथ्वी को लेकर महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के एक अधिकारी ने कमेंट किया था। इस अधिकारी ने पृथ्वी को लेकर कहा-
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम 10 फील्डरों के साथ खेल रहे थे, क्योंकि हमें पृथ्वी शॉ को छुपाने के लिए मजबूर होना पड़ा। गेंद उसके पास से गुजरती थी और वह मुश्किल से उस तक पहुंचने की कोशिश करता था। उनकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है। अलग-अलग खेल के लिए अलग-अलग नियम नहीं हो सकते हैं।
दूसरी ओर, अब MCA अधिकारी के इस कमेंट पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर जतिन परांजपे ने युवा खिलाड़ी का बचाव किया है। हाल में ही परांजपे ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए लिखा-
एमसीए के सूत्रों की ओर से इस तरह की ढीली टिप्पणियाँ वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें शॉ की मदद करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। बेसीसिट से उनका क्या मतलब है? मुंबई के खिलाड़ी के रूप में यह निश्चित रूप से उनका आखिरी सीजन होगा।